बिहार और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण लाभा पुल अब पूरी तरह से बंद हो चुका है। महानंदा नदी पर स्थित इस पुल में आई दरार के कारण अब यातायात ठप हो गया है, जिससे दोनों राज्यों के बीच यात्रा करने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लाभा पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड (BSPHCL) द्वारा 2009 में किया गया था। 600 मीटर लंबा यह पुल लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ था और वर्षों से बिहार और पश्चिम बंगाल के बीच एक महत्वपूर्ण यातायात मार्ग के रूप में कार्य कर रहा था। हालांकि, हाल ही में पुल का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे इसका उपयोग असंभव हो गया है। पुल के बंद होने के कारण अब दोनों राज्यों के बीच सड़क यातायात बाधित हो गया है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए आवागमन मुश्किल हो गया है।
नावों से यात्रा करने को मजबूर लोग
पुल के बंद होने के बाद, लोग मजबूरी में नावों का सहारा ले रहे हैं। हालांकि, नावों का किराया बढ़ गया है और यात्रियों को ओवरलोडेड नावों में यात्रा करनी पड़ रही है, जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अधिक किराए के बावजूद उन्हें नावों से यात्रा करनी पड़ रही है, क्योंकि पुल बंद होने से उनका वैकल्पिक कोई और रास्ता नहीं बचा है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, पुल की मरम्मत में समय लग सकता है, क्योंकि पुल की संरचना को पूरी तरह से ठीक करना और सुरक्षा मानकों के अनुसार इसे फिर से चालू करना एक जटिल प्रक्रिया है। इस स्थिति के कारण, स्थानीय प्रशासन को समयबद्ध तरीके से मरम्मत का काम पूरा करने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
जिलाधिकारी ने किया मरम्मत कार्य का आश्वासन
कटिहार के जिलाधिकारी मानेश कुमार मीणा ने पुल के क्षतिग्रस्त होने की पुष्टि करते हुए कहा कि मरम्मत कार्य की प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी गई है और प्रशासन इसे प्राथमिकता से पूरा करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस समस्या का समाधान शीघ्र किया जाएगा और यात्रियों के लिए एक सुरक्षित मार्ग उपलब्ध कराया जाएगा।
साथ ही, जिलाधिकारी ने अवैध नाव संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। उनका कहना था कि लोग अपनी जान जोखिम में डालकर अवैध नावों से यात्रा न करें, क्योंकि इससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करें, भले ही इसके लिए उन्हें कुछ किलोमीटर अधिक यात्रा करनी पड़े। प्रशासन सुरक्षा उपायों पर भी ध्यान दे रहा है और सभी प्रयास किए जा रहे हैं ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
समस्या का समाधान जल्द होगा
कटिहार में इस पुल की मरम्मत कार्य की गति को लेकर लोग चिंतित हैं, लेकिन प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस मामले को शीघ्र सुलझाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। पुल का जल्द से जल्द मरम्मत कर यातायात को फिर से सुचारू रूप से चालू करने की दिशा में काम किया जा रहा है।