पीएम श्री योजना के तहत कटिहार के फलका प्रखंड में एक अहम निर्णय लिया गया है, जिसके कारण स्थानीय छात्र परेशान हैं। पिरमोकाम पंचायत के मध्य विद्यालय को डॉ. लक्ष्मी नारायण सुधांशु उच्च विद्यालय, चंदवा में मर्ज करने का फैसला लिया गया है। इस फैसले के खिलाफ सोमवार को छात्रों ने स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया और विरोध प्रदर्शन किया।

विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, उनके पेरेंट्स और स्थानीय ग्रामीण शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह निर्णय बिना किसी पूर्व सूचना और भौगोलिक स्थिति का सही आकलन किए लिया गया है। पंचायत के मुखिया बिनोद मृधा ने इस फैसले को बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की।

दूरी और सुरक्षा चिंता
स्थानीय नेताओं के मुताबिक, पिरमोकाम से चंदवा हाई स्कूल की दूरी लगभग सात किलोमीटर है, जिसमें बच्चों को चार किलोमीटर तक हाईवे पर पैदल चलना होगा। इस मार्ग को संवेदनशील क्षेत्र बताया गया है, और बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई जा रही है। छात्रों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे इतनी लंबी दूरी पैदल तय करके स्कूल नहीं जाएंगे।
शिक्षा विभाग का जवाब
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामदहीन प्रसाद ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से बात की। उन्होंने कहा कि यह कदम शिक्षा में सुधार के लिए उठाया गया है और इस फैसले का उद्देश्य स्कूलों में सुविधाओं और संसाधनों का बेहतर वितरण करना है। उन्होंने छात्रों और उनके अभिभावकों को आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों का जल्द समाधान किया जाएगा।
शैक्षणिक कार्य पर असर
प्रदर्शन के कारण स्कूल में शैक्षणिक कार्य प्रभावित रहा। छात्र-छात्राओं और अभिभावकों की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए प्रखंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल प्रशासन से बातचीत करने का आश्वासन दिया।
यह घटना स्थानीय शिक्षा व्यवस्था में सुधार के नाम पर उठाए गए कदमों को लेकर गहरे सवाल खड़े करती है, जबकि छात्रों की सुरक्षा और भौगोलिक स्थितियों के आकलन की जरूरत को भी रेखांकित करती है।
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