किशनगंज: बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग में सिख समाज को वर्षों बाद बड़ा प्रतिनिधित्व मिला है। राज्य सरकार द्वारा गुरुवार को आयोग के पुनर्गठन की घोषणा की गई, जिसके तहत किशनगंज निवासी सरदार लखविंदर सिंह उर्फ लक्खा को उपाध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता शिशिर कुमार दास को सदस्य नियुक्त किया गया है। इन नियुक्तियों को स्थानीय और राज्य स्तर पर बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।

भव्य स्वागत के साथ हुआ अभिनंदन
नई जिम्मेदारी मिलने के बाद गुरुवार रात जब दोनों नेता किशनगंज पहुंचे, तो उनके स्वागत में शहर में जश्न जैसा माहौल देखने को मिला। भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने फूल-मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया। शहर में जुलूस निकाला गया और जगह-जगह आतिशबाजी भी की गई। समर्थकों ने “लख्खा सिंह ज़िंदाबाद” और “शिशिर दास अमर रहें” के नारे लगाकर अपना उत्साह जताया।

लखविंदर सिंह बोले – “सिख समाज को मिला सम्मान”
उपाध्यक्ष बनाए जाने पर लखविंदर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह पहली बार है जब सिख समाज को बिहार अल्पसंख्यक आयोग में इतनी बड़ी भूमिका मिली है। मैं इस जिम्मेदारी को निष्ठा और ईमानदारी से निभाऊंगा। समाज की आवाज सरकार तक पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास करूंगा।”
लखविंदर सिंह किशनगंज में सामाजिक और धार्मिक कार्यों के लिए लंबे समय से सक्रिय रहे हैं। उनकी नियुक्ति से न केवल सिख समाज, बल्कि पूरे सीमांचल क्षेत्र में राजनीतिक जागरूकता बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
शिशिर दास का संकल्प – “कमियों को दूर करूंगा”
किशनगंज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शिशिर कुमार दास को आयोग का सदस्य बनाया गया है। उन्होंने कहा कि आयोग में वर्षों से चली आ रही कार्यप्रणाली की कमियों को दूर करने के लिए वे हरसंभव प्रयास करेंगे। “यह सिर्फ पद नहीं, एक ज़िम्मेदारी है। मैं अल्पसंख्यक समुदाय की समस्याओं को शासन-प्रशासन तक सही रूप में पहुंचाने और उनके समाधान के लिए काम करूंगा।”
स्थानीय नेताओं ने बताया ऐतिहासिक क्षण
नगर परिषद अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान ने इस अवसर को ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने कहा कि यह किशनगंज जिले के लिए गर्व की बात है कि यहां से दो लोगों को राज्य स्तर की बड़ी जिम्मेदारी मिली है। यह जिले के युवाओं के लिए भी प्रेरणा है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी मुकाम तक पहुंचा जा सकता है।
इस अवसर पर सुशांत गोप, ज्योति कुमार सोनू, कमलेश शर्मा, श्यामल कुमार दास सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में इस नई शुरुआत के लिए बधाई दी और दोनों नेताओं के उज्ज्वल कार्यकाल की कामना की।
निष्कर्ष:
बिहार अल्पसंख्यक आयोग में यह नई नियुक्ति न सिर्फ सिख समाज बल्कि सीमांचल क्षेत्र के लिए भी उम्मीद की नई किरण है। इससे राज्य की अल्पसंख्यक नीतियों में विविधता के साथ प्रभावशीलता भी आने की उम्मीद की जा रही है।
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