कटिहार जिले के कुर्सेला नगर पंचायत क्षेत्र में जलजमाव की समस्या ने अब विकराल रूप ले लिया है। खासकर शिव मंदिर के आस-पास का इलाका बुरी तरह प्रभावित है। वहां रहने वाले स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी की निकासी की कोई समुचित व्यवस्था न होने के कारण सड़कों और दुकानों के सामने गंदा पानी लंबे समय तक जमा रहता है, जिससे ना सिर्फ आम जनजीवन बाधित हो रहा है बल्कि व्यापार भी बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
कटिहार के कुर्सेला में जलजमाव से व्यापार चौपट, नागरिक परेशान
दुकानदारों की नाराजगी, प्रशासन पर गंभीर आरोप
स्थानीय दुकानदारों का आरोप है कि वे हर महीने नगर पंचायत को टैक्स और सफाई शुल्क अदा करते हैं, इसके बावजूद भी उन्हें साफ-सफाई की मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। व्यापारी लालू कुमार उर्फ ‘सत्तू वाले’ ने बताया कि जब वे सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशासन का ध्यान इस ओर खींचते हैं, तो केवल उनके इलाके में मच्छर मारने की दवा का छिड़काव कर दिया जाता है।
उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा,
“हम टैक्स देते हैं, लेकिन न नाला बनता है, न कचरा उठता है। प्रशासन सिर्फ दिखावे के लिए कार्रवाई करता है, बाकी इलाके जस के तस रहते हैं।”
कटिहार के कुर्सेला में जलजमाव से व्यापार चौपट, नागरिक परेशान
नाले की अनुपस्थिति और सफाई की अनदेखी बनी मुसीबत
कुर्सेला क्षेत्र में नाले की अनुपस्थिति जलजमाव की सबसे बड़ी वजह बनकर सामने आई है। जहां-जहां नाले हैं, वहां समय पर सफाई नहीं होती, जिससे वे कूड़े-कचरे से भर जाते हैं और बरसात के पानी का निकास नहीं हो पाता।
इससे जगह-जगह पानी जमा हो जाता है, जिसमें मच्छर और अन्य रोग फैलाने वाले कीट पनपने लगते हैं। दुकानों में ग्राहकों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। कीचड़ और बदबू के कारण लोग बीमारियों के डर से घरों में बंद रहने को मजबूर हैं।
नागरिकों की मांगें और प्रशासन की उदासीनता
स्थानीय नागरिकों ने नगर पंचायत और जिला प्रशासन से साफ तौर पर मांग की है कि:
कुर्सेला में जल निकासी के लिए पक्के नाले का निर्माण कराया जाए,
सफाई कर्मियों की नियमित तैनाती की जाए,
कचरा प्रबंधन की आधुनिक व्यवस्था हो,
पूरे क्षेत्र में नियमित रूप से मच्छरनाशक दवाओं का छिड़काव कराया जाए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पंचायत विकास के नाम पर लाखों रुपए का बजट खर्च कर चुकी है, लेकिन उसका असर जमीन पर नहीं दिख रहा है।
यह समस्या सिर्फ कुर्सेला तक सीमित नहीं
विशेष बात यह है कि यह जलजमाव की समस्या सिर्फ कुर्सेला तक सीमित नहीं है। कटिहार जिले के अमदाबाद और बेलदौर नगर पंचायत में भी लोग इसी तरह की स्थिति से जूझ रहे हैं। कई इलाकों में तो हालात इतने बदतर हैं कि बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे और दुकानों के सामने इतना पानी भर जाता है कि व्यापार लगभग ठप हो चुका है।
निष्कर्ष
कटिहार के कुर्सेला क्षेत्र में जलजमाव अब केवल एक असुविधा नहीं, बल्कि गंभीर स्वास्थ्य और आर्थिक संकट बन चुका है। जब तक प्रशासन नाले के निर्माण और नियमित सफाई जैसे स्थायी समाधान नहीं अपनाता, तब तक यह समस्या विकराल रूप लेती जाएगी। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि सरकार और नगर पंचायत इस ओर शीघ्र ध्यान देकर ठोस कदम उठाएगी, ताकि उन्हें राहत मिल सके।