किशनगंज: राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय (जीईसी) किशनगंज में नेशनल स्टार्टअप डे के अवसर पर स्टार्टअप सेल के द्वारा एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को उद्यमिता के प्रति जागरूक करना और उन्हें अपने स्टार्टअप्स को शुरू करने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. भगवान श्री राम और अन्य मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई।

इस अवसर पर कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहीं, जिनमें नगर परिषद के अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान, डीआईसी के जीएम अनिल कुमार मंडल, कृषि विभाग के सहायक निदेशक ओम प्रकाश आदित्य, रेडिएंट ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के सचिव अब्दुल्लाह अल काफी, मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. संजीव कुमार, JEB न्यूज़ के संस्थापक कासिम अल कौसरी, एएमएस एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के कार्यक्रम निदेशक नफीस अनवर, अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. गुलरेज रोशन रहमान और उर्दू विभाग के अध्यक्ष डॉ. कासिम अख्तर शामिल थे।

स्टार्टअप सेल के फैकल्टी इंचार्ज प्रोफेसर देवानंद पटेल ने अतिथियों का स्वागत किया और स्टार्टअप कोऑर्डिनेटर इंजीनियर मोहम्मद महीन राजा ने बिहार स्टार्टअप पॉलिसी 2022 पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस नीति के तहत 10 लाख रुपये का ऋण बिना ब्याज के 10 वर्षों तक उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।

कार्यक्रम के दौरान जीईसी किशनगंज, मारवाड़ी कॉलेज और रेडिएंट इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस एमओयू का उद्देश्य संसाधनों और विचारों के आदान-प्रदान के माध्यम से युवाओं के लिए नए अवसर पैदा करना है।

इससे पहले जीईसी किशनगंज के स्टार्टअप सेल के तत्वावधान में आइडियाथन प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, जिसमें रेडिएंट इंस्टीट्यूट, विमेंस कॉलेज और जीईसी किशनगंज के छात्रों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया।

स्टार्टअप डे का महत्व और चुनौतियां: नेशनल स्टार्टअप डे का उद्देश्य युवाओं में उद्यमिता के प्रति रुचि पैदा करना और उन्हें देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने के लिए प्रेरित करना है। स्टार्टअप शुरू करना आसान नहीं है। इसके लिए एक ठोस विचार, वित्तीय प्रबंधन, सरकारी योजनाओं की जानकारी और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।

अक्सर युवाओं को पूंजी की कमी, सही सलाहकार न मिलना और बाजार में प्रतिस्पर्धा जैसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाना और अनुभवशील उद्यमियों से मार्गदर्शन लेना जरूरी है।
स्टार्टअप की सफलता के लिए मेहनत, नवाचार और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है। युवा अपनी रुचि और विशेषज्ञता के क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू करके न केवल आत्मनिर्भर बन सकते हैं, बल्कि समाज में रोजगार के अवसर भी पैदा कर सकते हैं।

कार्यक्रम का समापन: कार्यक्रम का समापन प्रेरणादायक शब्दों और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस अवसर पर उपस्थित छात्रों और अतिथियों ने कार्यक्रम की सराहना की और इसे बेहद उपयोगी बताया। जीईसी किशनगंज के सभी फैकल्टी, स्टाफ और छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
