पटना के गांधी मैदान में शुक्रवार को आयोजित होने वाली ‘बिहार बदलाव रैली’ को लेकर जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। राज्यभर से हजारों की संख्या में लोग इस रैली में भाग लेने के लिए पटना पहुंच रहे हैं।
कटिहार जिले से 1500 से अधिक कार्यकर्ता इंटरसिटी एक्सप्रेस के जरिए पटना के लिए रवाना हुए हैं। इसके अलावा पूर्णिया और कुर्सेला से भी बड़ी संख्या में बसों के जरिए कार्यकर्ता राजधानी की ओर कूच कर चुके हैं। कुर्सेला से 77 और पूर्णिया से 192 बसें पटना के लिए रवाना हो चुकी हैं।

रैली को बताया गया ऐतिहासिक
जनसुराज पार्टी की स्टेट कोर कमेटी के सदस्य सतनारायण शर्मा ने इस रैली को “ऐतिहासिक” बताया है। उन्होंने कहा,
“यह सिर्फ एक रैली नहीं बल्कि बिहार की राजनीतिक दिशा बदलने की शुरुआत है। पार्टी का नारा है — भ्रष्टाचारियों, बेइमानों सत्ता छोड़ो, जनसुराज आ रहा है – प्रशांत किशोर आ रहा है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रैली की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और गांधी मैदान में विशाल जनसभा के लिए व्यवस्था को अंतिम रूप दिया गया है।

ट्रेन और बसों से हो रहा है आगमन
गुरुवार को भी भारी संख्या में कार्यकर्ता इंटरसिटी एक्सप्रेस और कैपिटल एक्सप्रेस से पटना पहुंचे। रैली में भाग लेने वालों में केवल पार्टी के कार्यकर्ता ही नहीं, बल्कि आम जनता की भी बड़ी भागीदारी देखने को मिल रही है।
बदलाव की उम्मीदें
जनसुराज पार्टी के नेता गाजी सारीक ने बताया कि इस रैली को लेकर लोगों में अभूतपूर्व उत्साह है। उन्होंने कहा,
“गांधी मैदान की ओर सभी की निगाहें टिकी हैं। यहां से बिहार में बदलाव की एक नई कहानी लिखी जाएगी।”
सतनारायण शर्मा का मानना है कि यह भागीदारी सिर्फ एक रैली तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संकेत है कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है और जनसुराज को एक वैकल्पिक नेतृत्व के रूप में देख रही है।
जनसुराज का संदेश
रैली के जरिए जनसुराज पार्टी राज्य में एक नई राजनीतिक चेतना लाने का दावा कर रही है। प्रशांत किशोर के नेतृत्व में यह पार्टी भ्रष्टाचार, जातिवाद और वंशवाद की राजनीति के खिलाफ अभियान चला रही है। पार्टी का उद्देश्य है — जनता के शासन का निर्माण, और इस रैली को उसी दिशा में एक मजबूत कदम के रूप में देखा जा रहा है।
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