किशनगंज: जिला परिषद सदस्य इंजीनियर नासिक नादिर द्वारा शुरू की गई पदयात्रा ने जिले के पाठकोई और डेरामारी पंचायतों में जनसमस्याओं को लेकर जोरदार हलचल मचा दी है। इस पदयात्रा के दौरान नासिक नादिर ने पंचायत के प्रत्येक वार्ड का दौरा कर जनता की समस्याओं को न सिर्फ सुना, बल्कि उन्हें पूरी गंभीरता के साथ उजागर भी किया। उनके इस कदम से क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं।

मुख्य मुद्दे: बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और अग्निशमन सुविधाओं पर जोर
इंजीनियर नासिक नादिर ने अपनी पदयात्रा के दौरान जनसमस्याओं की लंबी सूची को उजागर किया है, जिनमें मुख्य रूप से अग्निशमन वाहन की अनुपलब्धता, बिजली की गंभीर समस्या, बांध निर्माण में हो रही देरी, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और शिक्षा के क्षेत्र में आवश्यक सुविधाओं की कमी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं। उनका कहना है कि ये समस्याएं लंबे समय से क्षेत्र की जनता को परेशान कर रही हैं, लेकिन अब तक प्रशासन ने इन पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।

पदयात्रा के अगले चरण में और पंचायतों का दौरा, जनसमर्थन बढ़ा
पदयात्रा का अगला चरण और भी व्यापक रूप से आयोजित किया जा रहा है, जहां नासिक नादिर तेघर्या, मजगुआ, पुठीमारी, अलता कमलपुर और कुट्टी पंचायत के वार्डों में जनता से सीधा संवाद करेंगे। इस दौरान उनका समर्थन तेजी से बढ़ता जा रहा है, जहां क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोग, राजनीतिक हस्तियां, और बड़ी संख्या में युवा भी उनके साथ इस पदयात्रा का हिस्सा बन रहे हैं। इन सभी का कहना है कि नासिक नादिर ने जिस तरह से जनता की आवाज़ को उठाया है, वह एक सशक्त नेतृत्व का प्रतीक है, और उनकी मांगें पूरी होने तक वे उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।

धरना देने की चेतावनी, संघर्ष से पीछे नहीं हटने का संकल्प
इंजीनियर नासिक नादिर ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने जल्द से जल्द जनसमस्याओं का समाधान नहीं किया, तो वे धरना देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उनका कहना है, “यह लड़ाई सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि इस क्षेत्र की जनता की है। अगर हमें न्याय नहीं मिला, तो हम प्रशासन को मजबूर करेंगे कि वह हमारी आवाज़ सुने।

समाज में सकारात्मक संदेश, नेतृत्व को लेकर उम्मीदें बढ़ी
नासिक नादिर की इस पदयात्रा से क्षेत्र के लोगों में नई उम्मीद जागी है। उनका जनसमस्याओं के प्रति यह सक्रिय रुख जनता को एक मजबूत नेतृत्व का अहसास दिला रहा है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि अगर उनकी जैसी सोच रखने वाले लोग नेतृत्व में आएं, तो क्षेत्र की समस्याओं का जल्द ही समाधान हो सकता है।
