किशनगंज : जैसे-जैसे भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात गहराते जा रहे हैं, वैसे-वैसे देशभर में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए सामाजिक और धार्मिक प्रयास भी तेज हो गए हैं। इसी कड़ी में बिहार के किशनगंज जिले में गायत्री परिवार के तत्वावधान में विशेष हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह आयोजन टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के चिल्हनियाँ पंचायत स्थित सुहिया हाट दुर्गा मंदिर परिसर में सोमवार को संपन्न हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था—विश्व शांति, सामाजिक सौहार्द और देश की सुरक्षा के लिए सामूहिक प्रार्थना।

बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भागीदारी
इस हवन में ग्रामीणों और श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति देखने को मिली। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार और शांति पाठ के साथ हुई। उपस्थित श्रद्धालुओं ने अग्नि में आहुति देते हुए न केवल भारत की सुरक्षा और विजय की कामना की, बल्कि समस्त विश्व में शांति और मानवता के संरक्षण के लिए भी प्रार्थना की।

भारत की जीत और वैश्विक शांति की कामना
गायत्री परिवार के प्रमुख सदस्य जगदीश प्रसाद सिंह, अनिरुद्ध प्रसाद शाह और बागेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि आज के वैश्विक परिदृश्य में शांति की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है। उन्होंने कहा, “देश के वर्तमान हालात को देखते हुए आध्यात्मिक माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार बेहद जरूरी है। यही ऊर्जा राष्ट्र को भीतर से मजबूत करती है।”
उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह के आयोजन आगे भी जिले के विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे, ताकि समाज में सद्भाव, संयम और सकारात्मक सोच को बढ़ावा दिया जा सके।
सामाजिक संदेश के साथ आध्यात्मिक पहल
कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि जब सीमा पर सैनिक देश की रक्षा में डटे हैं, तो देशवासियों का भी कर्तव्य है कि वे आंतरिक एकता, शांति और सद्भाव के लिए प्रयासरत रहें। आध्यात्मिक साधन जैसे यज्ञ और हवन, न केवल धार्मिक अनुष्ठान हैं बल्कि जनमानस को एक सूत्र में बांधने वाले सामाजिक उपक्रम भी हैं।
निष्कर्ष:
किशनगंज में आयोजित यह हवन न सिर्फ धार्मिक आयोजन था, बल्कि एक सशक्त राष्ट्रीय और वैश्विक संदेश भी—कि भारत शांति चाहता है, लेकिन मजबूती से। यह आयोजन दर्शाता है कि भारत के नागरिक भी राष्ट्र की सुरक्षा, अखंडता और विश्व शांति के लिए सजग और प्रतिबद्ध हैं।
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