बिहार के पूर्णिया जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मंगलवार रात बदमाशों ने घर में सो रहे मामा और भांजे पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। दोनों गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें इलाज के लिए तुरंत पूर्णिया स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH) लाया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने तत्काल सर्जरी कर एक युवक के शरीर से चाकू निकाला।

घटना की जानकारी:
यह घटना सुपौल जिले के खरही टोला थाना क्षेत्र के लछमिनिया हाजीगंज के ललित ग्राम में हुई। हमले में घायल भांजा मोहम्मद वारिश (23), सुपौल के छातापुर थाना क्षेत्र के रामपुर सोहरबा का रहने वाला है। जबकि उनके मामा मोहम्मद सहीम उसी गांव लछमिनिया हाजीगंज के निवासी हैं।

पारिवारिक कार्यक्रम के दौरान हुई वारदात:
मंगलवार को वारिश के नाना यजुब की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। मिट्टी देने के कार्यक्रम में परिवार और रिश्तेदार बड़ी संख्या में शामिल हुए थे। घर में जगह कम पड़ने के कारण मोहम्मद वारिश और उनके मामा मोहम्मद सहीम पड़ोसी के घर के बरामदे में सो रहे थे। देर रात अज्ञात बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया।
डॉक्टरों की तत्परता से बची जान:
घायलों को फौरन GMCH पूर्णिया लाया गया। यहां डॉ. तारकेश्वर और डॉ. विकास कुमार की टीम ने तुरंत ऑपरेशन कर मोहम्मद वारिश के शरीर में घुसे चाकू को सफलतापूर्वक निकाला। दोनों की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है लेकिन स्थिर है।
हमले के पीछे शादी से इनकार वजह?
परिजनों की मानें तो हमले के पीछे पुरानी रंजिश हो सकती है। घायल सहीम की शादी सुपौल की ही एक लड़की से तय हुई थी, लेकिन बाद में उन्होंने शादी से इंकार कर दिया था। इसी से नाराज होकर लड़की के परिजनों ने बदला लेने की नीयत से यह हमला किया होगा — ऐसा परिवार का संदेह है।
प्रत्यक्षदर्शियों की प्रतिक्रिया:
घटना के समय घर में मौजूद परिजनों ने बताया कि रात को अचानक चीख-पुकार सुनकर सबकी नींद टूटी। जब तक लोग मौके पर पहुंचे, हमलावर फरार हो चुके थे। पीड़ितों के जीजा मोहम्मद सोहेल, नाना मोहम्मद ईशा और राजद के स्थानीय प्रखंड अध्यक्ष जिब्रान आलम ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिस कर रही है जांच:
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया और बयान दर्ज किया है। पुलिस अब सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है। हमलावरों की पहचान के लिए आसपास के इलाके की तलाशी ली जा रही है, और संदिग्धों से पूछताछ शुरू हो चुकी है।
निष्कर्ष:
यह वारदात न केवल पारिवारिक विवाद के गहराते रूप को उजागर करती है, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। पुलिस को जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की जरूरत है। फिलहाल मोहम्मद वारिश और मोहम्मद सहीम GMCH में इलाजरत हैं, और उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है।
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