किशनगंज के बहादुरगंज से AIMIM विधायक तौसीफ आलम ने बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण और नामकरण को लेकर बड़ा बयान दिया है। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने स्पष्ट कहा कि मस्जिद के निर्माण या उसके नाम को लेकर किसी को भी आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

“आपने राम मंदिर बनाया, हम बाबरी मस्जिद बना देते हैं” – तौसीफ आलम
विधायक ने कहा कि यदि बाबरी मस्जिद का पुनर्निर्माण हो रहा है, तो यह आपसी सद्भाव और समानता के भाव से होना चाहिए। उन्होंने कहा:
“आपने राम मंदिर बनाया, हम बाबरी मस्जिद बना देते हैं। दोनों भाई मिलकर बनाएंगे। नामकरण को लेकर विवाद नहीं होना चाहिए।”
तौसीफ आलम ने आगे कहा कि मस्जिद के नाम को लेकर विरोध सिर्फ बाबर से जोड़कर किया जाता है, जबकि यह उचित नहीं है। उनके अनुसार:
“विवाद सिर्फ बाबर से है, जो होना नहीं चाहिए। बाबर ने इस देश को सींचा है, इसे चलाया है और इसका नाम रोशन किया है। अगर उनके नाम से मस्जिद बनती है तो हमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।”

CM नीतीश कुमार से मुलाकात पर भी दिया बयान
इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ अपनी हालिया मुलाकात को लेकर भी खुलकर बात की। तौसीफ आलम ने बताया कि उनका और नीतीश कुमार का रिश्ता कई वर्षों पुराना है।
उन्होंने कहा:
“जब मेरी शादी हुई थी तब नीतीश जी मेरे घर आए थे। हमारा बड़ा भाई–छोटा भाई का रिश्ता है। व्यक्तिगत स्तर पर हमारे बीच कोई दिक्कत नहीं है।”

सीमांचल के विकास को लेकर जताई चिंता
विधायक ने बताया कि उनकी मुलाकात का मुख्य उद्देश्य किशनगंज और पूरे सीमांचल क्षेत्र के विकास से जुड़ा था। उन्होंने कहा कि लगातार सीमांचल की अनदेखी होती आई है और इसे अब बदलना जरूरी है।
उन्होंने कहा:
“हमारी सिर्फ एक शर्त है कि सीमांचल के साथ नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए। हम क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

राजनीतिक हलकों में बयान पर चर्चा
तौसीफ आलम के इस बयान ने राजनीतिक हलचल भी बढ़ा दी है। बाबरी मस्जिद के नामकरण और बाबर की भूमिका पर उनकी टिप्पणी विपक्ष और सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बन गई है। वहीं, सीएम नीतीश कुमार के साथ पुराना रिश्ता बताने से राज्य की राजनीति में नई अटकलें शुरू हो गई हैं।










