किशनगंज: – किशनगंज जिले में इस वर्ष मोहर्रम पर्व को लेकर जबरदस्त उत्साह और श्रद्धा का माहौल देखने को मिला। जिलेभर के विभिन्न इलाकों में मोहर्रम की तैयारियां कई दिनों पहले से चल रही थीं, जिसका culmination रविवार को भव्य ताजिया जुलूस के रूप में हुआ। पूरे आयोजन में श्रद्धालु समुदाय का अनुशासन और उत्साह दोनों ही देखने लायक थे।

रविवार को शहर की सड़कों पर धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक परंपराओं की झलक देखने को मिली, जब विभिन्न मोहर्रम कमेटियों द्वारा ताजिया जुलूस निकाले गए। विशेष रूप से चुड़ी पट्टी यूथ मोहर्रम कमेटी द्वारा निकाला गया जुलूस सबसे बड़ा और आकर्षण का केंद्र रहा।

इस जुलूस में हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए। जुलूस का शुभारंभ चूड़ी पट्टी से हुआ, जो शहर के अलग-अलग मार्गों से होते हुए गांधी चौक तक पहुंचा। पूरे रास्ते में श्रद्धालुओं ने “या हुसैन, या हुसैन” के नारों के साथ मातम करते हुए करबला की शहादत को याद किया।

इस आयोजन की विशेष बात रही युवाओं द्वारा दिखाए गए हैरतअंगेज करतब, जिनमें पारंपरिक हथियारों के साथ लाठी चलाना, शारीरिक कौशल का प्रदर्शन और समूहिक प्रस्तुतियां शामिल थीं। युवाओं के इस जोश और समर्पण ने माहौल को पूरी तरह भक्तिमय बना दिया।

प्रशासन की ओर से भी पूरे आयोजन को लेकर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। पुलिस बल, दंडाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी जगह-जगह तैनात रहे, जिससे जुलूस शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सका। स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने भी सहयोग करते हुए पूरे आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
जुलूस के गांधी चौक पहुंचने पर युवाओं द्वारा किए गए करतबों ने वहां मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सैकड़ों की संख्या में जुटे दर्शकों ने करतबों को सराहा और पूरे आयोजन की सराहना की।
मोहर्रम के इस अवसर पर किशनगंज ने एक बार फिर साबित कर दिया कि यह जिला न केवल धार्मिक परंपराओं को संजोने वाला है, बल्कि सामाजिक एकता और अनुशासन का भी प्रतीक है।
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