बेखौफ जुबां बे बाक अंदाज

Home » राजनीतिक » बिहार में निजी स्कूलों में गरीब बच्चों को मिलेगी मुफ्त शिक्षा

बिहार में निजी स्कूलों में गरीब बच्चों को मिलेगी मुफ्त शिक्षा

Share Now :

WhatsApp

अररिया: जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर ने अररिया जिले के सिकटी विधानसभा क्षेत्र में ‘बिहार बदलाव सभा’ को संबोधित करते हुए एक के बाद एक कई बड़े राजनीतिक और सामाजिक वादे किए। उन्होंने शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा को लेकर नई योजनाओं की घोषणा करते हुए राज्य सरकार की मौजूदा व्यवस्था पर जमकर हमला बोला।

सभा के दौरान उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति अब तक लोगों की बुनियादी जरूरतों — अनाज, बिजली और सिलेंडर — तक सिमट कर रह गई है, जबकि असली मुद्दे जैसे बच्चों की शिक्षा और युवाओं के लिए रोजगार आज भी उपेक्षित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार के लोगों ने कभी भी अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट नहीं दिया, और अब समय आ गया है कि इस सोच को बदला जाए।

बिहार में निजी स्कूलों में गरीब बच्चों को मिलेगी मुफ्त शिक्षा
बिहार में निजी स्कूलों में गरीब बच्चों को मिलेगी मुफ्त शिक्षा

प्रमुख घोषणाएं:

1. गरीब बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा:
प्रशांत किशोर ने ऐलान किया कि जब तक सरकारी विद्यालयों की स्थिति में सुधार नहीं होता, तब तक राज्य सरकार 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की निजी स्कूलों की फीस वहन करेगी। इसका उद्देश्य यह है कि गरीब परिवारों के बच्चे भी अच्छी और अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा पा सकें।

2. स्थानीय रोजगार के अवसर:
उन्होंने कहा कि छठ पर्व (नवंबर 2025) के बाद अररिया और आस-पास के युवाओं को 10-12 हजार रुपए की नौकरी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। स्थानीय स्तर पर ही रोजगार के अवसर मुहैया कराए जाएंगे। किशोर ने यह भी जोड़ा कि बाहर जाकर काम करना मजबूरी नहीं, बल्कि विकल्प होना चाहिए।

3. बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन:
प्रशांत किशोर ने दिसंबर 2025 से 60 वर्ष से अधिक उम्र के प्रत्येक व्यक्ति को ₹2000 की मासिक पेंशन देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह पेंशन योजना सामाजिक न्याय की दिशा में एक ठोस कदम होगा और बुजुर्गों को आर्थिक आत्मनिर्भरता देगा।

मौजूदा सरकार पर सीधा हमला:

अपने भाषण में किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार की मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “बिहार का वोट लेकर और देश का पैसा लेकर फैक्ट्रियां गुजरात में लगवाई जा रही हैं।” उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं को अपने ही राज्य में शिक्षा और रोजगार मिलना चाहिए, लेकिन आज भी यहां की स्थिति चिंताजनक है।

बिहार में निजी स्कूलों में गरीब बच्चों को मिलेगी मुफ्त शिक्षा
बिहार में निजी स्कूलों में गरीब बच्चों को मिलेगी मुफ्त शिक्षा

जन समर्थन और स्वागत:

सभा में जन सुराज पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मंच पर मौजूद रहे, जिनमें जिलाध्यक्ष अली राजा, राज्य कार्यकारिणी सदस्य डॉ. फरहत आरा, कोर कमेटी सदस्य फैसल जावेद और सीमांचल प्रभारी डॉ. रजनीश कुमार झा प्रमुख रूप से शामिल थे।
प्रशांत किशोर के जोकीहाट से सिकटी पहुंचने तक स्थानीय लोगों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया। समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों के साथ उत्साहपूर्वक अभिनंदन किया, जिससे यह साफ हुआ कि इलाके में जन सुराज अभियान को grassroots स्तर पर समर्थन मिल रहा है।

बिहार में निजी स्कूलों में गरीब बच्चों को मिलेगी मुफ्त शिक्षा
बिहार में निजी स्कूलों में गरीब बच्चों को मिलेगी मुफ्त शिक्षा
राजनीतिक विश्लेषण:

राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, प्रशांत किशोर की घोषणाएं एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा हैं, जो बिहार के ग्रामीण और निम्न आय वर्ग के लोगों को सीधे तौर पर प्रभावित करती हैं। शिक्षा, रोजगार और पेंशन जैसे मुद्दे न केवल जनभावनाओं से जुड़े हैं, बल्कि लंबे समय से बिहार की राजनीति में इन्हें प्राथमिकता नहीं दी गई है।

निष्कर्ष:

प्रशांत किशोर ने बिहार की जनता को जिस तरह से शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा का नया रोडमैप दिखाया है, वह चुनावी माहौल में एक बड़ा मुद्दा बन सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इस वादों को किस हद तक स्वीकार करती है और क्या वास्तव में यह “बदलाव की हवा” में बदल पाता है।

अधिक ताजा खबरों के लिए पढ़ें Jeb News.

Leave a Comment

Other News

error: jantaexpress is copyright content