कटिहार जिले के मनिहारी प्रखंड में वर्षों से उपेक्षित सड़क व्यवस्था को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश आखिरकार फूट पड़ा। नवाबगंज सत्संग मंदिर से हंसवर मोड़ तक की जर्जर सड़क की स्थिति को लेकर शनिवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। बारिश के मौसम में यह सड़क किसी दलदल में तब्दील हो जाती है, जिससे आमजन का दैनिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।

कई वर्षों से जारी है समस्या, नहीं सुन रहे जनप्रतिनिधि
स्थानीय निवासी गंगा केवट और प्रोफेसर रामरतन प्रसाद ने बताया कि यह समस्या कोई नई नहीं है, बल्कि पिछले कई वर्षों से यह सड़क टूटी हालत में है। बारिश के समय स्थिति और भी भयावह हो जाती है। गहरे गड्ढे और कीचड़ के चलते न सिर्फ पैदल चलना मुश्किल है, बल्कि वाहन चालकों के लिए यह मार्ग जानलेवा बन चुका है।

हर वर्ग हुआ शामिल, महिलाओं और दुकानदारों की भी भागीदारी
प्रदर्शन में पुरुषों के साथ-साथ बड़ी संख्या में महिलाएं, दुकानदार, किसान और मजदूर भी शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में ‘सड़क नहीं तो वोट नहीं’ का नारा लगाकर आने वाले विधानसभा चुनावों में वोट बहिष्कार की चेतावनी दी। प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि यदि जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो वे वोटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे।
संवेदक पर अनियमितता का आरोप
ग्रामीणों ने सड़क निर्माण में गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए कहा कि संबंधित संवेदक द्वारा घटिया क्वालिटी की सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। कुछ ही महीनों में सड़क फिर से टूट जाती है, लेकिन अधिकारियों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। ग्रामीणों का कहना है कि यह सब मिलीभगत का नतीजा है।
जिलाधिकारी से जांच और कार्रवाई की मांग
प्रदर्शनकारियों ने कटिहार के जिलाधिकारी से सड़क निर्माण कार्य में अनियमितताओं की जांच की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई और सड़क का समुचित मरम्मत कार्य नहीं शुरू हुआ, तो वे चरणबद्ध तरीके से और बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे।