कटिहार: सावन माह के दूसरे सोमवार को बिहार के कटिहार जिले स्थित पवित्र मनिहारी गंगा तट पर श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। हजारों की संख्या में श्रद्धालु और कांवरिया भक्त अहले सुबह से ही उत्तर वाहिनी गंगा में स्नान और जल भरने के लिए जुटने लगे। पूरे क्षेत्र में “बोल बम”, “बाबा एक सहारा है” जैसे गगनभेदी जयकारों की गूंज सुनाई देती रही, जिसने पूरे माहौल को भक्ति रस से सराबोर कर दिया।

कई जिलों से पहुंचे श्रद्धालु, गोरखनाथ धाम के लिए निकली पदयात्रा
कटिहार ही नहीं, बल्कि पूर्णिया, बनमनखी, सहरसा, गोरखपुर सहित कई जिलों से कांवर लेकर श्रद्धालु मनिहारी पहुंचे। पवित्र गंगा में स्नान कर जल भरने के बाद श्रद्धालु पैदल यात्रा करते हुए विभिन्न शिवधामों की ओर रवाना हुए। विशेष रूप से गोरखनाथ धाम में जलाभिषेक के लिए कांवरियों की लंबी कतारें देखी गईं।

व्यवस्था में कोई कसर नहीं: प्रशासन और समाजसेवी संगठनों की सक्रिय भागीदारी
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठनों ने मिलकर व्यापक प्रबंध किए। गंगा घाट पर सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए स्थानीय थाना पुलिस, एनसीसी, स्काउट गाइड और स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद ली गई। मार्गदर्शन से लेकर चिकित्सा सुविधा और ठहरने की व्यवस्था तक हर पहलू का ध्यान रखा गया। अधिकारियों के अनुसार, कहीं से किसी अव्यवस्था की सूचना नहीं मिली, जिससे यह आयोजन शांतिपूर्ण और सफल रहा।

नगर परिषद का सराहनीय योगदान: निजी कोष से की कांवरियों की सेवा
मनिहारी नगर परिषद के मुख्य पार्षद ने अपनी व्यक्तिगत पहल और निजी कोष से कांवरियों के लिए एक अस्थायी विश्राम गृह का निर्माण कराया। इस विश्राम गृह में श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क चाय, पानी, शरबत और प्राथमिक उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई गई। कांवरियों ने इस सेवा के लिए आयोजकों का धन्यवाद किया और इसे एक प्रेरणादायक कदम बताया।
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