किशनगंज: बिहार में बदलाव और पारदर्शिता की बात करने वाली जनसुराज पार्टी खुद इन दिनों विवादों में घिरती नजर आ रही है। हाल ही में किशनगंज जिले में जनसुराज पार्टी के स्टीकर लगे वाहन से लूट की एक सनसनीखेज घटना को अंजाम दिया गया। इस वारदात में पार्टी का एक विधानसभा संयोजक भी शामिल पाया गया है। किशनगंज पुलिस की त्वरित कार्रवाई में महिला समेत दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

घटना का विवरण:
यह मामला बहादुरगंज थाना क्षेत्र के आजाद चौक के समीप का है, जहां पश्चिम बंगाल के एक सब्जी व्यापारी जंयतो बर्मन अपनी टाटा इंट्रा गाड़ी (पंजीकरण संख्या: WB73G7015) पर सब्जी लादकर अररिया के जोकीहाट स्थित बाजार में डिलीवरी के लिए जा रहे थे। रास्ते में एक सफेद रंग की अर्टिगा कार (पंजीकरण संख्या: WB74BK4417), जिस पर जनसुराज पार्टी का स्टीकर और पोस्टर लगा हुआ था, ने उन्हें रोक लिया।
गाड़ी में सवार चार अज्ञात व्यक्तियों ने व्यापारी को रोका, उसके साथ मारपीट की और उसका मोबाइल, ₹600 नकद तथा सब्जी लदी पूरी गाड़ी लूटकर फरार हो गए।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
किशनगंज के पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने सोमवार को प्रेस वार्ता में बताया कि इस मामले में बहादुरगंज थाना कांड संख्या 326/25 के तहत एफआईआर दर्ज कर त्वरित जांच शुरू की गई।
कांड की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गौतम कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया। जांच में सामने आया कि लूट में प्रयुक्त अर्टिगा गाड़ी मस्तान चौक के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। वाहन में सवार तीन लोगों की पहचान कुनेन रेजा, रौशनी खातून और शेखर सिन्हा के रूप में हुई।

गिरफ्तारी और बरामदगी:
- शेखर सिन्हा और रौशनी खातून को गुप्त सूचना के आधार पर ब्लॉक चौक स्थित ट्रॉमा सेंटर से गिरफ्तार किया गया, जहां वे चोरी-छिपे इलाज करवा रहे थे।
- तीसरा आरोपी कोनैन रेजा अब भी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
- पुलिस ने घटना में प्रयुक्त अर्टिगा गाड़ी और लूटी गई टाटा इंट्रा वाहन को भी बरामद कर लिया है। लूटी गई गाड़ी को बंगाल के ग्वालपोखर थाना क्षेत्र से बरामद किया गया।
पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में से शेखर सिन्हा, जनसुराज पार्टी का विधानसभा संयोजक है और पार्टी के नाम का दुरुपयोग कर अपराध में संलिप्त पाया गया है। वहीं, रौशनी खातून पर पहले से ही सेक्शन संबंधित मामले में जेल जाने का रिकॉर्ड है।
पार्टी पर उठ रहे सवाल:
इस घटना ने एक बार फिर जनसुराज पार्टी की कार्यशैली और नेतृत्व को कठघरे में ला खड़ा किया है। इससे पहले, काराकाट में जनसुराज पार्टी के पोस्टर लगे बोलेरो वाहन से 185 पैकेट अवैध शराब की बरामदगी हुई थी। अब लूट की घटना ने पार्टी की छवि को और अधिक धूमिल कर दिया है।
प्रदेश में चर्चा तेज हो गई है कि खुद को “बदलाव की राजनीति” का झंडाबरदार बताने वाले प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी इस आपराधिक घटनाक्रम पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है — कार्रवाई करती है या चुप्पी साधती है।
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