कटिहार: जिले के प्राणपुर प्रखंड क्षेत्र में चल रहे अवैध अल्ट्रासाउंड और पैथोलॉजी केंद्रों पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए छापेमारी की। सोमवार को कटिहार के अनुमंडल पदाधिकारी (SDM) आलोक कुमार चौधरी के नेतृत्व में की गई इस औचक कार्रवाई ने स्वास्थ्य व्यवस्था में व्याप्त अनियमितताओं की पोल खोल दी।

तीन प्रमुख केंद्रों पर छापा, मौके से भागे संचालक
इस कार्रवाई के तहत उत्तरी लालगंज पंचायत के लाभा चौक स्थित तीन प्रमुख अल्ट्रासाउंड सेंटरों — किरण सेवा सदन, मोईन अल्ट्रासाउंड और भारत अल्ट्रासाउंड की जांच की गई।
जैसे ही सेंटरों को निरीक्षण की सूचना मिली, कई संचालक और डॉक्टर आनन-फानन में अपने-अपने क्लीनिक में ताला लगाकर फरार हो गए। मौके पर मौजूद लोगों और मरीजों में इस कार्रवाई को लेकर खलबली मच गई।

केंद्रों की वैधता पर सवाल, नहीं दिखा सके डिग्री
निरीक्षण के दौरान यह बात सामने आई कि इन चिकित्सा केंद्रों में कार्यरत कई डॉक्टर अपनी डिग्री और प्रमाण-पत्र प्रस्तुत नहीं कर सके। यही नहीं, केंद्रों के पास अल्ट्रासाउंड संचालन के लिए आवश्यक सरकारी अनुमति या रजिस्ट्रेशन दस्तावेज भी मौजूद नहीं थे।
एसडीएम आलोक कुमार चौधरी ने बताया, “प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि ये अल्ट्रासाउंड व पैथोलॉजी सेंटर बिना किसी वैध लाइसेंस के अवैध रूप से संचालित किए जा रहे हैं। यह पूरी तरह से कानून का उल्लंघन है।”
बिचौलियों के जरिए मरीजों को ठगने का आरोप
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि इन केंद्रों में मरीजों को लाने के लिए बिचौलियों का सहारा लिया जा रहा था। भोले-भाले ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर इन अवैध केंद्रों तक लाया जाता था और फिर इलाज या जांच के नाम पर उनसे भारी रकम वसूली जाती थी।
इन अनधिकृत गतिविधियों के चलते आम लोगों की न सिर्फ जेब पर बोझ पड़ रहा था, बल्कि उनका स्वास्थ्य भी जोखिम में था।
जिलाधिकारी के निर्देश पर बनी विशेष टीम
इन केंद्रों के खिलाफ मिल रही लगातार शिकायतों के मद्देनजर कटिहार के जिलाधिकारी ने एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया था, जिसके तहत यह कार्रवाई की गई। प्रशासन का मानना है कि जिले में इस तरह के और भी कई अवैध केंद्र सक्रिय हो सकते हैं।
जल्द होगी सख्त कार्रवाई: SDM
एसडीएम चौधरी ने साफ कहा कि दोषी पाए गए अल्ट्रासाउंड और पैथोलॉजी सेंटरों को जल्द ही सील किया जाएगा। साथ ही, संचालकों और फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में जिले के अन्य हिस्सों में भी इस तरह की छापेमारी की जाएगी ताकि अवैध चिकित्सकीय गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।
निष्कर्ष:
कटिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए प्रशासन की यह कार्रवाई एक साहसिक कदम माना जा रहा है। इस अभियान के जरिए जहां आम जनता को ठगने वाले फर्जी चिकित्सकों पर लगाम लगेगी, वहीं स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद भी जागी है।
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