बेगूसराय, बिहार — लोकसभा चुनाव अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को समस्तीपुर के बाद बेगूसराय में विशाल जनसभा को संबोधित किया। एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित इस रैली में प्रधानमंत्री ने बिहार के विकास, युवाओं की भूमिका और विपक्ष पर तीखे प्रहार किए।
सभा के दौरान प्रधानमंत्री ने उपस्थित लोगों से अपने मोबाइल की टॉर्च जलाने को कहा। जैसे ही हजारों मोबाइल की रोशनी फैली, पीएम ने मुस्कुराते हुए कहा —
“जब आपके हाथों में इतनी रोशनी है, तो क्या अब लालटेन की जरूरत है?”
यह बयान उन्होंने आरजेडी के चुनाव चिह्न लालटेन पर तंज कसते हुए दिया।

मोबाइल फैक्ट्रियों के उदाहरण से विकास पर जोर
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में देश में केवल दो मोबाइल निर्माण फैक्ट्रियां थीं, जबकि आज 200 से अधिक फैक्ट्रियां काम कर रही हैं। उन्होंने इसे भारत की प्रगति और आत्मनिर्भरता का उदाहरण बताया।

छठ व्रतियों को सूप भेंट, शारदा सिन्हा को किया याद
सभा के मंच पर प्रधानमंत्री ने पारंपरिक रूप से छठ व्रतियों को सूप भेंट किए और बिहार की लोकगायिका शारदा सिन्हा को याद किया। उन्होंने कहा कि छठ पर्व बिहार की संस्कृति और आस्था का प्रतीक है।
सभा के दौरान मंच पर कुछ देर के लिए बिजली की रोशनी कम हो गई। इस पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने माइक संभालते हुए कहा, “लाइट वाले, स्टेज पर जल्दी लाइट दो।”

‘जंगलराज से सुशासन और अब समृद्धि की ओर’
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा —
“हमने जंगलराज को सुशासन में बदला और अब सुशासन को समृद्धि में बदलने का समय है। मैं इसके लिए आपसे आशीर्वाद लेने आया हूं।”
उन्होंने युवाओं से विशेष आग्रह करते हुए कहा कि 2005 के अक्टूबर में बिहार ने जंगलराज से मुक्ति पाई थी, अब 2025 में वही युवा बिहार को समृद्ध बनाने की जिम्मेदारी निभाएं।

एनडीए बनाम महागठबंधन पर तीखा हमला
प्रधानमंत्री ने एनडीए और महागठबंधन की तुलना करते हुए कहा —
“एक तरफ एनडीए है, जहां चिराग जी, कुशवाहा जी, नीतीश जी जैसे समझदार नेता हैं, वहीं दूसरी तरफ महालठबंधन है, जो लाठियां भांज रहा है।”
उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि यह ‘अटक, लटक, झटक, पटक’ वाला गठबंधन है।
- राजद पर टिप्पणी करते हुए बोले, “पिछले दो दशक में एक भी चुनाव नहीं जीती, फिर भी अपने अहंकार में अटकी है।”
- कांग्रेस पर कटाक्ष किया कि “वो 35 साल से राजद की पिछलग्गू बनी हुई है, और इस बार राजद ने उसे भी पटक दिया।”
- वहीं वीआईपी और लेफ्ट पार्टियों को लेकर कहा कि “राजद ने उन्हें भी फटका और लटका दिया।”
‘राजद ने बिहार के भविष्य पर ताले लगाए’
राजद शासन की याद दिलाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा —
“हत्या, रंगदारी, लूट, धमकी का वो दौर जिसने बिहार की फैक्ट्रियों पर ताले लगवा दिए। ये ताले सिर्फ फैक्ट्रियों पर नहीं, आपके भविष्य पर भी लगे। बेगूसराय और बरौनी को एक दशक पीछे धकेल दिया गया।”
उन्होंने आरोप लगाया कि राजद शासन ने बिहार को पलायन की पीड़ा दी और विकास को रोक दिया।
सभा का माहौल
बेगूसराय की इस जनसभा में हजारों की भीड़ उमड़ी। मंच पर प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, चिराग पासवान, और अन्य एनडीए नेता मौजूद रहे। प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान “मोदी-मोदी” और “जय बिहार” के नारे लगातार गूंजते रहे।
निष्कर्ष
बेगूसराय की इस सभा में प्रधानमंत्री मोदी ने विकास, सुशासन और आत्मनिर्भरता के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए बिहार के मतदाताओं से एनडीए के पक्ष में मतदान की अपील की। उन्होंने अपने भाषण में जहां केंद्र की उपलब्धियों का जिक्र किया, वहीं विपक्ष पर “जंगलराज” और “लालटेन के अंधकार” का आरोप लगाते हुए जनता से “रोशनी और विकास” के लिए साथ आने का आह्वान किया।
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