
कटिहार जिले के बारसोई थाना क्षेत्र से एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें थानाध्यक्ष रंजन कुमार यादव एक युवक और उसकी बहन से अभद्र व्यवहार करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वर्दी की धौंस दिखाते हुए उनके इस बर्ताव ने पुलिस की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो वायरल होते ही पुलिस अधीक्षक (SP) ने तत्काल कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है और विभागीय जांच के आदेश जारी किए हैं।

घटना का विवरण
यह मामला 24 अक्टूबर की रात करीब 9 बजे का बताया जा रहा है। युवक यश अग्रवाल अपनी बहन के साथ बारसोई रास चौक स्थित BR-11 रेस्टोरेंट में डिनर करने पहुंचा था। उसी समय बारसोई थानाध्यक्ष रंजन कुमार यादव अपनी पुलिस टीम के साथ रेस्टोरेंट में रूटीन चेकिंग के लिए पहुंचे।
कुछ देर तक रेस्टोरेंट में निरीक्षण करने के बाद थानाध्यक्ष उस टेबल तक पहुंचे जहां यश अपनी बहन के साथ बैठे थे। उन्होंने सख्त लहजे में युवक से पूछा — “ये कौन है?” जब यश ने जवाब दिया कि “मेरी बहन है,” तो थानाध्यक्ष और भड़क गए और कहने लगे — “बहन है तो ऐसे बोलेगा?”
युवक ने जवाब दिया कि अधिकारी गलत तरीके से बात कर रहे हैं, जिस पर दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। घटना के दौरान वहां मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों और महिला पुलिसकर्मियों ने भी रेस्टोरेंट में बैठे कुछ अन्य लोगों से पूछताछ की।
बताया गया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके में कुछ असामाजिक तत्व रेस्टोरेंट में मौजूद हैं, इसी सूचना के आधार पर टीम वहां पहुंची थी। कुछ देर की बहस के बाद पुलिस टीम रेस्टोरेंट से चली गई।

वीडियो हुआ वायरल, सोशल मीडिया पर छाया मामला
अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को घटना का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (ट्विटर) पर वायरल हो गया। वीडियो पोस्ट करने वाले युवक यश अग्रवाल ने लिखा कि वह और उसकी बहन सिर्फ खाना खाने गए थे, लेकिन पुलिस ने बिना किसी कारण उनसे बदसलूकी की। उन्होंने पुलिस प्रशासन से कार्रवाई की मांग की।
वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया और लोगों ने पुलिस के रवैये पर सवाल उठाने शुरू कर दिए।

प्रशासन की कार्रवाई
वीडियो सामने आने के बाद कटिहार पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) ने अपने स्तर से जांच शुरू की। जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि थानाध्यक्ष ने रेस्टोरेंट में बैठे नागरिकों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था और उनके आचरण में अनुशासनहीनता पाई गई।
रिपोर्ट मिलने के बाद कटिहार एसपी ने 28 अक्टूबर को थानाध्यक्ष रंजन कुमार यादव को निलंबित कर दिया और आगे की विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
पीड़ित पक्ष का बयान
पीड़ित युवक यश अग्रवाल ने कहा,
“हम दोनों भाई-बहन सिर्फ खाना खाने गए थे। पुलिस अचानक पहुंची और ऊंची आवाज में बात करने लगी। जब हमने कहा कि आप गलत लहजे में बात कर रहे हैं, तो उन्होंने मेरे पिता का नाम पूछा और फिर हम वहां से चले आए। हमें उम्मीद नहीं थी कि रेस्टोरेंट में खाने जाने पर ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा।”
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
इस घटना पर बारसोई के SDPO ने कहा,
“पूछताछ के दौरान युवक और युवती संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, जिससे दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। पुलिस के प्रति अभद्र भाषा के इस्तेमाल की भी बात सामने आई है। हालांकि, जांच में थानाध्यक्ष द्वारा अनुचित भाषा के इस्तेमाल की पुष्टि हुई है, जिस पर कार्रवाई की गई है।”
निष्कर्ष
कटिहार का यह मामला एक बार फिर पुलिस आचरण और आम नागरिकों के प्रति उनके व्यवहार को लेकर बहस का विषय बन गया है। जहां पुलिस अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लगी थी, वहीं वर्दी में की गई अभद्रता ने पूरी विभागीय छवि पर सवाल खड़ा कर दिया है।
वर्तमान में एसपी ने जांच टीम गठित कर आगे की गहन जांच का आदेश दिया है, ताकि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो सके।
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