किशनगंज में मानव तस्करी और देह व्यापार से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। मध्यप्रदेश की एक युवती, जिसे झांसा देकर देह व्यापार में धकेल दिया गया था, गुरुवार देर रात एक साहसिक प्रयास में वहां से भाग निकली। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पुलिस की सतर्कता से उसे सुरक्षित बचा लिया गया। शुक्रवार को युवती को उसके परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया जारी है।

कैसे सामने आया मामला
गुरुवार की देर रात बहादुरगंज थाना क्षेत्र के दारुल उलूम चौक के पास एक युवती संदिग्ध स्थिति में घूमती हुई दिखाई दी। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना जनप्रतिनिधियों को दी। पूछताछ के दौरान पता चला कि युवती मध्यप्रदेश के गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है। माता-पिता उसकी जबरन शादी करना चाहते थे, जबकि वह पढ़ाई जारी रखना चाहती थी।

पढ़ाई का सपना और पटना का सफर
बेहतर शिक्षा की तलाश में युवती पटना पहुंची, जहां उसने लोकप्रिय शिक्षक खान सर का नाम सुना और उनसे पढ़ाई में मदद का भरोसा मिला। हालांकि खान सर ने रहने व खाने की व्यवस्था उसे खुद करने को कहा। गुजारा चलाने के लिए उसने एक मॉल में नौकरी भी की।

दो अज्ञात लड़कियों ने रचा जाल
मॉल में नौकरी के दौरान उसकी मुलाकात किशनगंज के बिशनपुर क्षेत्र की दो अज्ञात लड़कियों से हुई। उन्होंने उसे कपड़े पैकिंग का काम बताकर अच्छी कमाई का झांसा दिया। भरोसा कर युवती उनके साथ काम करने को तैयार हो गई। लेकिन यह वादा झूठा निकला। पटना से उसे किशनगंज के बिशनपुर स्थित रेड-लाइट एरिया में लाया गया और वहां उसे बेच दिया गया।
एक महीने तक चला अत्याचार
पिछले एक महीने से उसे रोजाना बिशनपुर रेड-लाइट एरिया से प्रेम नगर, बहादुरगंज लाकर देह व्यापार के लिए मजबूर किया जा रहा था। भागने की हर कोशिश पर उसे बेरहमी से पीटा जाता था। दो दिन पहले भी उसे बुरी तरह मारा गया था, जिससे वह मानसिक और शारीरिक दोनों ही तरह से टूट चुकी थी।
साहसिक फरार और धान के खेत में दो घंटे छुपाव
बीती देर रात युवती को मौका मिला और वह वहां से भाग निकली। अपनी जान बचाने के लिए वह करीब दो घंटे तक धान के खेत में छिपी रही। भय कम होने पर वह बाहर आई और स्थानीय लोगों को अपनी आपबीती बताई।
जनप्रतिनिधियों और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
स्थानीय लोगों ने तुरंत बहादुरगंज नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि वसीकुर रहमान को सूचित किया। उन्होंने तत्काल पुलिस को जानकारी दी। बहादुरगंज थाना प्रभारी संदीप कुमार मौके पर पहुंचे और युवती को अपने संरक्षण में लिया। पुलिस ने उसके परिजनों से भी संपर्क स्थापित किया और उन्हें घटना की जानकारी दी।
जांच जारी, आरोपियों की तलाश
पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। युवती को तस्करी में ले जाने वाली दोनों अज्ञात लड़कियों और रेड-लाइट एरिया में शामिल लोगों की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और जल्द ही इस तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया जाएगा।
यह घटना न केवल मानव तस्करी की भयावह हकीकत को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कमजोर पृष्ठभूमि से आने वाली लड़कियों को कैसे आसानी से शिकार बनाया जाता है। युवती की बहादुरी और स्थानीय लोगों की तत्परता के कारण आज वह सुरक्षित है।
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