नई दिल्ली के विज्ञान भवन में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारंभ किया गया। इस अभियान में देशभर से 11 सामाजिक कार्यकर्ताओं को चैंपियन के रूप में सम्मानित किया गया। बिहार से दो चैंपियन चुने गए—खगड़िया से दुर्गा और किशनगंज से रोशनी प्रवीण।

इस कार्यक्रम में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने शुभारंभ किया और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से इस अभियान की महत्वता को रेखांकित किया। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थीं। रोशनी प्रवीण ने इस कार्यक्रम में किशनगंज जिला पदाधिकारी कार्यालय से वर्चुअल माध्यम से भाग लिया और बाल विवाह के खिलाफ अपने अनुभव साझा किए।

उनके प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें मंच से विशेष सम्मान दिया गया। रोशनी प्रवीण किशनगंज जिले में बाल विवाह और घरेलू हिंसा के खिलाफ सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। उनके नेतृत्व में कई जागरूकता अभियान चलाए गए हैं। इसके अलावा, उन्होंने महिलाओं और किशोरियों के सशक्तिकरण के लिए सिलाई केंद्र और अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए हैं।
रोशनी ने इस सम्मान को न केवल किशनगंज बल्कि पूरे बिहार के लिए गर्व का विषय बताया। उन्होंने यूनिसेफ की बाल अधिकारी गार्गी साहा, बांकू बिहारी सहित अपने सभी मार्गदर्शकों का आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से यह सफलता संभव हो सकी।
इस अभियान का उद्देश्य बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त कर देश को एक प्रगतिशील और समतापूर्ण समाज की ओर ले जाना है। किशनगंज से रोशनी प्रवीण का चयन इस बात का प्रमाण है कि छोटे से छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।