कटिहार के दलन मोहल्ला स्थित एक प्रसिद्ध मुर्गीपालन केंद्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां महज दो रातों में लगभग 3000 मुर्गियों की मौत हो गई है। इस घटना के बाद इलाके में बर्ड फ्लू फैलने की आशंका जताई जा रही है। मुर्गियों की अचानक मौत ने स्थानीय मुर्गीपालकों के बीच डर और चिंता का माहौल बना दिया है।

फार्म मालिक का बयान
मुर्गी फार्म के मालिक प्रदीप चौहान ने बताया कि पहली रात में 1000 से अधिक मुर्गियों की मौत हुई, जबकि दूसरी रात में 2000 मुर्गियों की जान चली गई। प्रदीप चौहान ने कहा कि उन्होंने अपने पिछले 22 वर्षों के मुर्गीपालन कारोबार में कभी भी इस तरह की स्थिति का सामना नहीं किया था। इस घटना से उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हुआ है, जिसकी अनुमानित राशि लगभग 7-8 लाख रुपये बताई जा रही है।

अन्य मुर्गीपालकों की चिंता
यह घटना आसपास के अन्य मुर्गीपालकों के लिए भी एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। स्थानीय मुर्गीपालक शंकर झा ने बताया कि वे इस स्थिति से बहुत चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि यदि उनके फार्म में भी ऐसा कुछ हुआ, तो उनका कारोबार बर्बाद हो जाएगा। शंकर ने सरकार से मांग की है कि पीड़ित फार्म मालिकों को मुआवजा दिया जाए, ताकि वे अपने कारोबार को फिर से पटरी पर ला सकें।

ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
ग्रामीण विक्रम कुमार ने कहा कि उन्हें पहले पटना में बर्ड फ्लू के बारे में खबरें सुनने को मिली थीं, लेकिन कटिहार में इस तरह की घटना पहली बार हुई है। उन्होंने कहा कि बीती रात 3000 मुर्गियों की मौत से कारोबारियों को लाखों का नुकसान हुआ है। विक्रम ने यह भी बताया कि एक मुर्गी का बच्चा बाजार में 45 रुपये में बिकता है, जबकि एक मुर्गा 80 रुपये से अधिक में बिकता है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि पीड़ित कारोबारी को उचित मुआवजा दिया जाए, ताकि वे अपना कारोबार फिर से शुरू कर सकें।
पशुपालन विभाग की कार्रवाई
पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू के संभावित खतरे को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की है। विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच के लिए सैंपल एकत्र कर रहे हैं। पशुपालन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, इलाके में मुर्गियों के अन्य फार्मों की भी जांच की जा रही है, ताकि स्थिति का पूरी तरह से आकलन किया जा सके।
इस घटनाक्रम के बाद, इलाके में बर्ड फ्लू के खतरे को लेकर गंभीरता बढ़ गई है, और स्थानीय प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सभी मुर्गीपालकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। अब सबकी नजरें जांच रिपोर्ट पर हैं, जो यह तय करेगी कि यह घटना बर्ड फ्लू का परिणाम है या कोई और कारण।