किशनगंज | रामनवमी के पावन अवसर पर किशनगंज शहर में भव्य जुलूस निकाला गया, जिसमें जय श्रीराम के उद्घोष के साथ राम के आदर्शों और जीवन गाथाओं का श्रद्धा और सम्मान के साथ गुणगान किया गया। रुईधासा मैदान से शुरू हुआ यह जुलूस प्रशासन की निगरानी में शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ, जिससे शहर में धार्मिक सद्भाव और एकता का अद्भुत प्रदर्शन हुआ।

रामनवमी के इस धार्मिक आयोजन में भगवान राम की जीवन गाथा को दर्शाती हुई आकर्षक झांकियों का आयोजन किया गया। इन झांकियों में भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और भगवान हनुमान के जीवंत चित्रण किए गए, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गए। जुलूस के दौरान स्थानीय कलाकारों ने रामायण के विभिन्न दृश्यों का मंच पर सुंदर प्रदर्शन किया, जिसने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।

इस अवसर पर बच्चों ने भी रामायण के पात्रों का रूप धारण किया और नृत्य प्रस्तुत किया, जिससे आयोजन में एक और रंगीनता और उल्लास का माहौल बन गया। इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिन मिक्की शाह ने इस मौके पर कहा, “रामनवमी का त्योहार हमें भगवान राम के आदर्शों और जीवन मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा देता है।”

रामनवमी का यह आयोजन गंगा-जमुनी तहजीब का उत्कृष्ट उदाहरण बना, जहाँ मुस्लिम समुदाय के लोग भी जुलूस में शामिल हुए। उन्होंने एक-दूसरे को गले मिलकर रामनवमी की शुभकामनाएं दीं, जिससे भाईचारे और धार्मिक सौहार्द्र का संदेश भी मिला।
किशनगंज प्रशासन ने इस आयोजन के लिए पूरी निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था की थी, जो सराहनीय रही। इस दौरान, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किया, ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे।
आखिरकार, इस भव्य जुलूस के समापन के बाद लोगों ने भगवान श्रीराम का आशीर्वाद लिया और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। रामनवमी का यह आयोजन न केवल धार्मिकता का प्रतीक था, बल्कि सामाजिक एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत करने वाला था।
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