रामनवमी के अवसर पर पूर्णिया में सोमवार को एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जो शहरभर में चर्चा का विषय बन गया। इस शोभायात्रा में करीब 5 लाख रामभक्त शामिल हुए, जिन्होंने 15 किमी लंबी यात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। शोभायात्रा ने न केवल धार्मिक आस्था का उत्सव मनाया, बल्कि विभिन्न राज्यों और पड़ोसी देश नेपाल के कलाकारों ने अपनी कला से यात्रा को और भी रंगीन बना दिया।

शोभायात्रा की शुरुआत और मार्ग:
रामनवमी के अवसर पर निकाली गई यह शोभायात्रा मधुबनी दुर्गा स्थान से प्रारंभ हुई और शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी। यात्रा का रूट मधुबनी बाजार, सिपाही टोला रोड, डॉलर हाउस चौक, नगर निगम पूर्णिया, आरएन साव चौक, भट्ठा लखन चौक, रजनी चौक, लाइन बाजार, खुश्किबाग स्टेशन रोड और मां काली मंदिर सिटी तक था। यात्रा के दौरान हर स्थान पर रामभक्तों का स्वागत किया गया और शहर का वातावरण राममय हो गया।

रामभक्तों का सैलाब:
शोभायात्रा के मार्ग पर रामभक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा था। हर जगह जय श्रीराम के जयकारे सुनाई दे रहे थे और भगवा झंडे के साथ शहर के प्रमुख मार्ग सज गए थे। रामभक्त पारंपरिक परिधानों में सजे हुए थे, और हर कोई प्रभु श्रीराम की जय के उद्घोष में शामिल था।

आकर्षक झांकियां और कलाकारों की प्रस्तुति:
शोभायात्रा में शामिल एक से बढ़कर एक झांकियां ने श्रद्धालुओं का दिल जीता। यात्रा में भाग लेने वाले कलाकारों ने झांकियों में भगवान श्रीराम के जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रस्तुत किया। बंगाल, झारखंड, उड़ीसा और नेपाल के कलाकारों ने अपनी कला से यात्रा को और भी आकर्षक बना दिया।

प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था:
शोभायात्रा की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। यात्रा के मार्ग पर ड्रोन से निगरानी की जा रही थी, ताकि हर किसी की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मी भी यात्रा के साथ थे और जिलाधिकारी (डीएम), पुलिस अधीक्षक (एसपी) और उपजिलाधिकारी (एसडीएम) ने खुद मॉनिटरिंग की। शोभायात्रा के दौरान, न केवल पुरुष बल्कि महिलाएं भी भगवा झंडे और भगवा पगड़ी पहने हुए दिखाई दीं और श्रीराम के जयकारे लगाती रहीं।
पारंपरिक परिधान और युवा श्रद्धालुओं का उत्साह:
युवतियां पारंपरिक परिधानों में सजी हुई, हाथों में तलवार लिए बाइक सवार होकर यात्रा में शामिल हो रही थीं। उनके साथ गाजे-बाजे, डीजे और ढोल की धुन पर नाचते हुए रामभक्तों का उत्साह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था।
प्रमुख हस्तियों का योगदान:
शोभायात्रा में कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने भाग लिया, जिनमें सांसद पप्पू यादव, मंत्री लेसी सिंह, पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, विधायक विजय खेमका, मेयर और डिप्टी मेयर सहित अन्य लोग शामिल थे। इन नेताओं का शोभायात्रा में भाग लेना यात्रा की अहमियत को और बढ़ाता है।
शहर में गूंजे जयकारे:
शहरभर में रामभक्तों का उत्साह चरम पर था। हर गली और सड़क पर जय श्रीराम के जयकारे गूंज रहे थे। सड़कों पर भगवा झंडे फहराए गए थे और शहर का माहौल राममय हो गया था। विभिन्न धर्म और समुदायों के लोग इस शोभायात्रा में शामिल होकर एकता और भाईचारे का संदेश दे रहे थे।
समापन:
रामनवमी की इस भव्य शोभायात्रा ने न केवल धार्मिक आस्था को दर्शाया, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विविधता को भी उजागर किया। यह यात्रा पूर्णिया के इतिहास में एक यादगार घटना के रूप में दर्ज हो गई है, जो सालों तक श्रद्धालुओं के दिलों में बसी रहेगी।
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