किशनगंज: इस साल अपेक्षा से अधिक गर्मी पड़ने की भारतीय मौसम विभाग (IMD) की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए किशनगंज जिला प्रशासन ने आम जनता की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रशासन की यह सक्रियता नागरिकों को गर्मी, लू और उससे जुड़ी समस्याओं से राहत पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।

पेयजल व्यवस्था: शहर के 33 स्थानों पर लगे जल स्त्रोत
सबसे पहले नगर परिषद द्वारा शहर के विभिन्न हिस्सों में 33 सार्वजनिक स्थानों पर पेयजल की व्यवस्था की गई है, ताकि राहगीरों और जरूरतमंदों को गर्मी में राहत मिल सके। अधिकारियों के अनुसार, यदि आवश्यकता महसूस हुई, तो इनकी संख्या और बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही लोक स्वास्थ्य प्रमंडल द्वारा 70 चापाकलों की मरम्मत का कार्य भी पूरा कर लिया गया है।

स्वास्थ्य विभाग की तैयारी: दवाओं और मेडिकल टीमों की तैनाती
गर्मी के मौसम में लोगों को हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने ओआरएस पैकेट, आई.वी. फ्लूड और जीवन रक्षक दवाओं की विशेष व्यवस्था की है। आइसोलेशन वार्ड और चलंत चिकित्सा दलों को भी अलर्ट पर रखा गया है, जो जरूरत के समय तुरंत सहायता पहुंचा सकें।
शिक्षा विभाग की पहल: स्कूल का समय बदला, ओआरएस अनिवार्य
गर्मी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों के समय में बदलाव करते हुए 7 अप्रैल से 1 जून 2025 तक कक्षाएं सुबह 6:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक संचालित करने का निर्देश दिया है। साथ ही स्कूलों में ओआरएस की उपलब्धता भी अनिवार्य कर दी गई है, जिससे छात्र गर्मी के असर से सुरक्षित रह सकें।
मजदूरों और पशुओं के लिए भी तैयारी
प्रशासन ने मजदूरों के काम के समय में बदलाव करते हुए अब इसे सुबह 6 बजे से 11 बजे तक और शाम 3:30 बजे से 6:30 बजे तक सीमित कर दिया है, जिससे वे दिन के सबसे गर्म समय में काम करने से बच सकें। वहीं पशुपालन विभाग ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिए रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया है ताकि पशुओं को भी समय पर राहत मिल सके।
आंगनबाड़ी केंद्रों और फायर सेफ्टी को लेकर जागरूकता अभियान
आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी ओआरएस की व्यवस्था की जा रही है, साथ ही गर्मी से बचाव के उपायों को लेकर विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। पिछले साल जिले में 34 अग्निकांड की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इस बार 14 से 20 अप्रैल तक ‘फायर सेफ्टी वीक’ मनाया जा रहा है। जिले में इस समय 15 अग्निशामक वाहन उपलब्ध हैं, जो आपात स्थिति में तुरंत सेवा दे सकें।
जिला प्रशासन की अपील: सतर्क रहें, लापरवाही न करें
जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे गर्मी और लू के खतरे को हल्के में न लें। बुजुर्गों और छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखें और बीमार पड़ने की स्थिति में तुरंत नजदीकी अस्पताल जाएं।
निष्कर्ष:
किशनगंज जिला प्रशासन ने गर्मी से निपटने के लिए जो ठोस और समन्वित कदम उठाए हैं, वे न केवल प्रशासन की तत्परता को दर्शाते हैं, बल्कि इस बात का भी प्रमाण हैं कि जनता की सुरक्षा के लिए हर जरूरी संसाधन और सुविधा मुहैया कराई जा रही है। आने वाले गर्मी के महीनों में इन उपायों से काफी हद तक राहत मिलने की उम्मीद है।
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