किशनगंज | सीमांचल क्षेत्र के हज यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। अब किशनगंज, पूर्णिया, अररिया और कटिहार जैसे जिलों के हज यात्रियों को यात्रा से पहले तैयारियों और व्यवस्थाओं के लिए राजधानी पटना नहीं जाना पड़ेगा। जिला प्रशासन ने किशनगंज में ही एक अत्याधुनिक हज सुविधा केंद्र की स्थापना कर दी है, जहां यात्रियों को सभी आवश्यक सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जाएंगी।

प्रेस वार्ता में हुई जानकारी साझा
शुक्रवार को जिला पदाधिकारी विशाल राज ने अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित एक प्रेस वार्ता में यह महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष कुल 617 हज यात्री सीमांचल क्षेत्र से पवित्र हज यात्रा के लिए रवाना होंगे। इनमें किशनगंज से 158, पूर्णिया से 160, अररिया से 136, और कटिहार से 163 यात्री शामिल हैं।

484 यात्रियों के लिए कोलकाता बना एम्बार्केशन प्वाइंट
डीएम ने बताया कि इन यात्रियों में से 484 यात्रियों का एम्बार्केशन प्वाइंट कोलकाता निर्धारित किया गया है, जहां से वे हवाई यात्रा करेंगे। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कुतुबगंज स्थित बहुउद्देशीय भवन को हज सुविधा केंद्र के रूप में तैयार किया गया है। यह केंद्र पटना हज भवन की तर्ज पर विकसित किया गया है।

निःशुल्क आवास और पौष्टिक भोजन की व्यवस्था
हज सुविधा केंद्र पर यात्रियों को निःशुल्क आवास, पौष्टिक भोजन और अल्पाहार की सुविधा दी जाएगी। भोजन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए अनुभवी कैटरर्स की नियुक्ति की गई है। यात्रियों को प्रस्थान के समय भोजन के पैकेट और पानी की बोतलें भी वितरित की जाएंगी, ताकि सफर के दौरान उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।
स्वास्थ्य सेवाएं भी रहेंगी उपलब्ध
यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। हज सुविधा केंद्र में मेडिकल विंडो स्थापित की गई है, जहां योग्य चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे। जिन यात्रियों का टीकाकरण अभी बाकी है, उनका टीकाकरण मौके पर ही किया जाएगा।
सुरक्षित और समयबद्ध बस सेवा
कोलकाता हज हाउस तक यात्रियों को पहुंचाने के लिए सुरक्षित और समयबद्ध बस सेवा भी उपलब्ध कराई जा रही है। यह सेवा यात्रियों को सहूलियत प्रदान करेगी और उन्हें अलग-अलग स्थानों से साधन ढूंढ़ने की परेशानी से भी मुक्ति मिलेगी।
डीएम का बयान: “यह सुविधा एक ऐतिहासिक पहल”
डीएम विशाल राज ने इस पहल को सीमांचल के हज यात्रियों के लिए एक “ऐतिहासिक और राहतकारी कदम” बताया। उन्होंने कहा, “अब यात्रियों को पटना जाकर लंबी यात्रा करने की आवश्यकता नहीं होगी। सारी सुविधाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराकर हमने उनकी सुविधा और सुरक्षा दोनों का ध्यान रखा है।”
निष्कर्ष:
यह पहल न केवल प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे सीमांचल क्षेत्र के लोगों को एक सकारात्मक संदेश भी गया है कि सरकार और प्रशासन उनकी धार्मिक यात्राओं को लेकर गंभीर और संवेदनशील है। इससे भविष्य में अन्य धार्मिक यात्राओं के लिए भी इस तरह के स्थानीय सुविधा केंद्रों की मांग बढ़ सकती है।
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