पूर्णिया के मरंगा थाना क्षेत्र में एक पारिवारिक विवाद उस समय खुलकर सामने आ गया, जब पिता के अंतिम संस्कार को लेकर 6 सगे भाई-बहन आपस में भिड़ गए। 70 वर्षीय राधा कृष्ण साह की मौत 18 जुलाई को उनकी सबसे छोटी बेटी काजल साह के ससुराल में हो गई थी। इसके बाद शुरू हुआ अंतिम संस्कार की जगह और अधिकार को लेकर लंबा विवाद, जो थाने तक जा पहुंचा।

काजल साह ने सबसे पहले अपने भाई रितिनेश राज और फिर अन्य बहनों को पिता के निधन की सूचना दी। परिवार के सदस्य जब अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे तो अंतिम यात्रा की जगह को लेकर विवाद शुरू हो गया। बड़ी बहन सपना देवी ने बताया कि पिता की इच्छा थी कि अंतिम संस्कार उसी स्थान से हो, जहां उनकी पत्नी की अंतिम यात्रा हुई थी – बाड़ीहाट स्थित घर से कप्तान पुल मुक्तिधाम तक।

हालांकि, छोटी बेटी काजल और उसके पति मदन साह का कहना था कि अंतिम संस्कार गांव में ही होना चाहिए। इसके विरोध में अन्य भाई-बहन और रिश्तेदार एकजुट हो गए। बहस इतनी बढ़ गई कि मारपीट की नौबत आ गई और मामला मरंगा थाने तक पहुंच गया।
थाना पुलिस ने आपसी सहमति से अंतिम संस्कार करने की सलाह देकर मामला शांत कराने की कोशिश की, लेकिन उनके जाने के बाद दोबारा झगड़ा हुआ। सपना देवी ने आरोप लगाया कि उनके ऊपर लाठी-डंडों से हमला किया गया और जान बचाकर भागना पड़ा।
संपत्ति विवाद की ओर इशारा:
सपना देवी और उनकी बहनों मीनू, प्रीति, रेखा ने आरोप लगाया कि छोटी बहन काजल और उसके पति ने पहले ही सब्जी मंडी की पारिवारिक ‘गद्दी’ अपने नाम करा ली है और अब पिता के अंतिम संस्कार में हठ दिखाकर संपत्ति पर पूरा अधिकार जमाना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि 9 महीने पहले काजल पिता को अपने साथ ले गई थी और तब से ठीक से उनकी देखभाल नहीं हुई।
भाई रितिनेश की आंखों की रोशनी पहले ही जा चुकी है, जिससे वह ज्यादा सक्रिय नहीं रह पाते। बहनों का आरोप है कि काजल इसी स्थिति का फायदा उठाकर सब कुछ हड़प लेना चाहती है। उन्होंने मामले की शिकायत स्थानीय मेयर से भी की थी, जिससे उन्हें सहयोग मिल रहा था।
पुलिस जांच में जुटी:
फिलहाल मरंगा थाना में इस विवाद को लेकर लिखित शिकायत दर्ज की गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और परिवार के सभी पक्षों से पूछताछ की जा रही है।
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