किशनगंज: खगड़िया से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद राजेश वर्मा ने शुक्रवार को किशनगंज में प्रेस वार्ता के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने तेजस्वी की शैक्षणिक योग्यता, भाषा शैली और राजनीतिक दृष्टिकोण को लेकर गंभीर सवाल उठाए।

राजेश वर्मा ने कहा, “तेजस्वी यादव के परिवार में दो-दो मुख्यमंत्री रहे — पिता लालू प्रसाद यादव और मां राबड़ी देवी। इसके बावजूद वे सिर्फ 9वीं कक्षा तक ही पढ़ पाए। ये बताता है कि शिक्षा को उनके परिवार में कभी प्राथमिकता नहीं दी गई।”
उन्होंने आगे कहा, “तेजस्वी सत्ता से बाहर रहते हुए भी मर्यादित भाषा का प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं। उनकी भाषा शैली असंयमित और अपमानजनक होती जा रही है। अगर वे सत्ता में आते हैं, तो बिहार फिर से 2005 से पहले के जंगलराज में लौट जाएगा।”

राजेश वर्मा ने विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे चुनावी प्रक्रिया और वोटर लिस्ट रिवीजन के आरोपों को भी खारिज किया। उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष बार-बार यह कहता रहा कि संविधान बदल दिया जाएगा, लेकिन आज तक किसी ने यह नहीं बताया कि संविधान का कौन सा अनुच्छेद बदला गया। यह केवल डर फैलाने की राजनीति है।”
सांसद वर्मा ने लोजपा (रामविलास) की आगामी रणनीति पर भी बात की। उन्होंने बताया कि पार्टी का लक्ष्य है कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में अधिक से अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और एनडीए को मजबूत बनाए।
उन्होंने कहा, “हमारा मुख्य उद्देश्य बिहार में स्थिर, विकासोन्मुखी और सुरक्षित सरकार को बनाए रखना है। इसके लिए लोजपा हर संभव कोशिश करेगी।”
इस अवसर पर लोजपा प्रदेश महासचिव मोहम्मद कलीमुद्दीन सहित कई अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में कार्यकर्ताओं ने सांसद वर्मा का स्वागत किया और पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
निष्कर्ष:
सांसद राजेश वर्मा का यह बयान न सिर्फ तेजस्वी यादव पर सीधा हमला है, बल्कि बिहार की आगामी राजनीतिक लड़ाई की तीव्रता और दिशा का संकेत भी है। लोजपा (रामविलास) अपनी स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए आक्रामक रणनीति अपनाते दिख रही है।
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