पूर्णिया जिले के डगरूआ थाना क्षेत्र में एक 16 वर्षीय किशोरी की लाश मक्के के खेत में एक टावर से लटकी हुई मिली है। मृतका की पहचान चांदभाठी गांव, वार्ड-8 की रेशमा खातून के रूप में हुई है। रेशमा मानसिक रूप से कमजोर थी और घर पर सिलाई-कढ़ाई का काम सीख रही थी।

घटना का कारण
घटना से एक दिन पहले, शुक्रवार को रेशमा ने सिलाई-कढ़ाई के दौरान कोई गलती कर दी थी, जिस पर उसकी मां ने उसे डांट लगाई। मां की डांट के बाद रेशमा बिना कुछ कहे घर से निकल गई और फिर लौटकर नहीं आई। परिजनों ने रातभर उसे खोजने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मिली।

लाश का मिलना
शनिवार सुबह गांव की कुछ महिलाएं मवेशियों के लिए घास काटने मक्के के खेत में गईं, जहां उन्हें रेशमा की लाश टावर से लटकी हुई मिली। लाश को देखकर गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाया, जिसने मौके से साक्ष्य एकत्र किए। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।

परिजनों का बयान
रेशमा के चाचा मो. इदरीश और दादा मो. मंजूर ने बताया कि रेशमा घर पर सिलाई-कढ़ाई सीख रही थी और मानसिक रूप से कमजोर थी। उन्होंने कहा कि लाश को देखकर ऐसा लगता है कि रेशमा ने गुस्से में आकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस की जांच
डगरूआ थानाध्यक्ष ने बताया कि शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मामले की तहकीकात जारी है, और आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस घटना ने गांव और आसपास के इलाकों में दहशत फैला दी है। लोग इस घटना को लेकर स्तब्ध हैं और परिवार के सदस्यों के साथ सहानुभूति जता रहे हैं।
निष्कर्ष
यह घटना मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक तनाव के गंभीर परिणामों की ओर इशारा करती है। ऐसी स्थिति में परिवार के सदस्यों को संवेदनशीलता और धैर्य बरतने की जरूरत होती है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, और आगे की कार्रवाई का इंतजार है।
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