पूर्णिया:अमौर थाना पुलिस ने साइबर ठगी से जुड़े एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए फरार चल रहे आरोपी अमित कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को दलमालपुर चौक से पकड़ा गया। अमित पेचैली गांव का निवासी है और एक अंतरजिला साइबर फ्रॉड गिरोह का सक्रिय सदस्य बताया जा रहा है।

फर्जी फिंगरप्रिंट से होता था ठगी का खेल
थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने जानकारी दी कि आरोपी अमित कुमार दूसरे राज्यों के नागरिकों का आधार कार्ड और केवाईसी डेटा अवैध रूप से डाउनलोड कर डिजिटल फिंगरप्रिंट का क्लोन तैयार करता था। ये क्लोन रबर के फर्जी फिंगरप्रिंट के रूप में तैयार किए जाते थे, जिनका इस्तेमाल बैंक खातों से अवैध रूप से पैसे निकालने के लिए किया जाता था। आरोपी और उसका गिरोह बायोमेट्रिक सुरक्षा प्रणाली को चकमा देकर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था।

पहले भी हुई है गिरोह की गिरफ्तारी
इस गिरोह से जुड़े एक और आरोपी मोहम्मद मरगूब (27 वर्ष) को पुलिस पहले ही 9 जनवरी को काशीबारी गांव से गिरफ्तार कर चुकी है। मरगूब के पास से 14 नकली रबर फिंगरप्रिंट, 12 फिंगरप्रिंट स्कैनर और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया था। वह काशीबाड़ी वार्ड संख्या 3 का निवासी है।
एक दर्जन से अधिक सदस्य, पुलिस की छापेमारी जारी
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इस साइबर फ्रॉड गिरोह में लगभग एक दर्जन से ज्यादा लोग शामिल हैं, जो सुनियोजित तरीके से देश के विभिन्न हिस्सों से आधार और केवाईसी डेटा हासिल कर फर्जीवाड़ा कर रहे थे। पीएसआई बाबुद्दीन के नेतृत्व में पुलिस की टीम लगातार छापेमारी कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
साइबर अपराध के बदलते तरीके पर चिंता
यह मामला साइबर अपराध के नए और खतरनाक ट्रेंड को उजागर करता है, जहां उन्नत तकनीक का दुरुपयोग कर आम नागरिकों की गाढ़ी कमाई को निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने आधार और बैंक संबंधी जानकारियों को सुरक्षित रखें और किसी भी अनधिकृत गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित थाने को दें।
जांच जारी, और गिरफ्तारियां संभव
पुलिस का मानना है कि इस गिरोह का नेटवर्क और भी बड़ा हो सकता है। आने वाले दिनों में जांच के आधार पर और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। साइबर क्राइम सेल भी इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है।
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