पूर्णिया में पुलिस की लापरवाही के खिलाफ लोगों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। 18 जुलाई की रात पुलिस की बोलेरो गाड़ी की टक्कर से बाइक सवार युवक मो. शहबाज की मौत के बाद चार दिन बीत जाने के बावजूद आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने पर परिजनों और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने आरएन साह चौक को सुबह करीब दो घंटे तक जाम कर दिया। इस दौरान भारी संख्या में पुरुषों के साथ महिलाएं और युवतियां भी शामिल थीं। सभी ने सड़क के बीचोंबीच बैठकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और इंसाफ व मुआवजे की मांग की।

कैंडल मार्च और सड़क पर श्रद्धांजलि
प्रदर्शनकारियों ने पहले कैंडल मार्च निकाला और घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक मो. शहबाज को श्रद्धांजलि दी। हाथों में मोमबत्तियां और तख्तियां लिए लोगों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए शांतिपूर्ण विरोध जताया।
इस दौरान आक्रोशित लोगों ने कई बसों को रोक दिया, जिससे टैक्सी स्टैंड रोड, बस स्टैंड रोड, कचहरी रोड और भट्टा बाजार मार्ग पर दो घंटे तक आवागमन बाधित रहा। ट्रैफिक पूरी तरह जाम हो गया और गाड़ियों की लंबी कतार लग गई।

प्रशासन अलर्ट, भारी पुलिस बल तैनात
स्थिति को बिगड़ते देख प्रशासन अलर्ट हो गया। सहायक खजांची थाना, मरंगा थाना, भट्टा टीओपी, के.हाट थाना, मधुबनी थाना और फणीश्वरनाथ रेणु टीओपी से भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा गया। साथ ही, सशस्त्र बल भी बुलाए गए ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे।
घटनास्थल पर पहुंचे पूर्णिया एसडीओ पार्थ गुप्ता, एएसपी आलोक रंजन और ट्रैफिक डीएसपी कौशल किशोर कमल ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। लंबे समय तक बातचीत के बाद प्रशासन ने आश्वासन दिया कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।
आश्वासन के बाद परिजन और स्थानीय लोग शांत हुए और जाम समाप्त कर दिया गया।
हादसे की पूरी कहानी मृतक के पिता की जुबानी
मृतक युवक मो. शहबाज के पिता मो. हासिम ने बताया कि हादसा शुक्रवार रात हुआ, जब पुलिस की बोलेरो गाड़ी ने टैक्सी स्टैंड रोड पर एक बाइक सवार को टक्कर मार दी। इसके बाद ड्राइवर वहां से भाग निकला।
भागने की कोशिश में करीब 3 किमी दूर खुश्कीबाग ओवरब्रिज के पास गाड़ी ने एक ई-रिक्शा और एक अन्य बाइक को फिर टक्कर मारी। बाइक पर सवार दो में से एक युवक मो. शहबाज था, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। ई-रिक्शा में सवार दो अन्य लोग भी घायल हुए।
मो. हासिम ने यह भी आरोप लगाया कि हादसे के बाद पुलिसकर्मी घायलों को अस्पताल पहुंचाने की जगह मौके से फरार हो गए। उन्होंने जब मामले की शिकायत लेकर सदर थाना में संपर्क किया, तो पुलिस ने कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की।
अब तक आरोपी पुलिसकर्मी फरार हैं और चार दिन बीतने के बावजूद गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है।
प्रमुख मांगें
- आरोपी पुलिसकर्मियों की तत्काल गिरफ्तारी
- मृतक के परिवार को सरकारी मुआवजा और नौकरी
- पुलिस की भूमिका की निष्पक्ष जांच
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