पूर्णिया जिले में शराब तस्करी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां डाक पार्सल लिखी एक मिनी ट्रक से पश्चिम बंगाल से लाई गई 40 लाख रुपये की विदेशी शराब जब्त की गई है। इस दौरान पुलिस ने तीन तस्करों को मौके से गिरफ्तार भी किया है। यह कार्रवाई सदर थाना और गुलाबबाग टीओपी पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई, जो शराबबंदी कानून के तहत अब तक की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक मानी जा रही है।

गुप्त सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
पूर्णिया की एसपी स्वीटी सहरावत ने जानकारी दी कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पश्चिम बंगाल से एक मिनी ट्रक, जिस पर ‘डाक पार्सल’ लिखा हुआ है, में भारी मात्रा में शराब की तस्करी की जा रही है। इनपुट मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गुलाबबाग इलाके में एक गोदाम पर छापा मारा। वहां ट्रक से शराब के कार्टून उतारे जा रहे थे।

399 कार्टून विदेशी शराब जब्त
छापेमारी के दौरान डाक पार्सल लिखी ट्रक से कुल 399 कार्टून विदेशी शराब बरामद की गई। जब्त की गई शराब की कीमत करीब 40 लाख रुपये आंकी गई है। इन शराबों में कई महंगे और लोकप्रिय ब्रांड शामिल हैं, जिनमें केन बियर के भी दो ब्रांड शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, यह खेप पूर्णिया के गुलाबबाग इलाके में डिलीवर की जा रही थी, जिसे आगे छोटे-बड़े विक्रेताओं तक पहुंचाया जाना था।

गिरफ्तार तस्करों की पहचान
मौके से तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इनमें दो तस्कर बिहार के बांका जिले के रहने वाले हैं जबकि तीसरा तस्कर गुलाबबाग निवासी धर्मवीर निकला। धर्मवीर ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह इस तस्करी नेटवर्क में ‘लाइनर’ का काम करता था – यानी खेप की सुरक्षित ढुलाई और रिसीविंग सुनिश्चित करना उसका जिम्मा था।
तस्करी नेटवर्क का हो सकता है बड़ा जाल
पूछताछ के दौरान धर्मवीर ने कई और लोगों के नामों का खुलासा किया है जो इस अवैध धंधे में सक्रिय हैं। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि इस खेप की खरीद-फरोख्त में शामिल कुछ बड़े खरीददार और वितरक भी हैं, जिनकी पहचान की जा रही है। पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
पहली बार गुलाबबाग में इतनी बड़ी खेप जब्त
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गुलाबबाग क्षेत्र में पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में विदेशी शराब की खेप जब्त की गई है। हालांकि, इससे पहले भी जिले से बाहर ले जाई जा रही विदेशी शराब की चार बड़ी खेप को पुलिस ने जब्त किया था, लेकिन पश्चिम बंगाल से लाई गई इस तरह की सुनियोजित तस्करी का यह पहला मामला है।
शराबबंदी के बावजूद जारी है तस्करी
बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद राज्य में शराब की तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। तस्कर अब नए-नए तरीके अपनाकर शराब बिहार में प्रवेश करा रहे हैं। ‘डाक पार्सल’ जैसी सरकारी छवि वाली गाड़ियों का दुरुपयोग करना इस बात का संकेत है कि तस्कर पुलिस की नजरों से बचने के लिए अब और अधिक शातिर हो गए हैं।
पुलिस की निगरानी और सतर्कता बढ़ी
एसपी स्वीटी सहरावत ने कहा कि इस मामले के बाद जिले में शराब तस्करी को लेकर पुलिस की निगरानी और सख्ती और बढ़ा दी गई है। पुलिस अब न सिर्फ सीमावर्ती क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखेगी, बल्कि शहर के भीतर गोदामों, लॉजिस्टिक केंद्रों और परिवहन वाहनों की भी जांच की जाएगी।