अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत पर लगाए गए अतिरिक्त 25% टैरिफ को लेकर देश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। यह टैरिफ भारत द्वारा रूस से तेल आयात जारी रखने के जवाब में लगाया गया है। अब इस मुद्दे पर देश के जाने-माने निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
पप्पू यादव ने केंद्र सरकार को चेताते हुए कहा, “अमेरिका द्वारा हम पर लगाए गए कुल 50% टैरिफ से हमारा दवा उद्योग पूरी तरह से तबाह हो जाएगा। यह हमारी अर्थव्यवस्था पर सीधा हमला है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि भारत को अब अमेरिका को दी जा रही जेनेरिक दवाओं की आपूर्ति पर तत्काल रोक लगानी चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार को अमेरिकी दूतावास से संपर्क कर इस ‘आर्थिक आक्रमण’ के खिलाफ सख्त आपत्ति दर्ज करानी चाहिए।

भारत का फार्मा उद्योग होगा सबसे ज्यादा प्रभावित
भारत दुनिया का सबसे बड़ा जेनेरिक दवा उत्पादक देश है और अमेरिका इसका एक प्रमुख बाजार है। पप्पू यादव के अनुसार, यदि अमेरिका भारत पर भारी टैरिफ लगाता है, तो इसका सबसे गहरा असर फार्मा इंडस्ट्री पर पड़ेगा, जो पहले से ही वैश्विक दबाव और प्रतिस्पर्धा से जूझ रही है।

अमेरिका-भारत व्यापारिक तनाव में नया मोड़
ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए टैरिफ को लेकर अभी तक भारत सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन विशेषज्ञ मान रहे हैं कि यह फैसला दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों को प्रभावित कर सकता है।
राजनीतिक गलियारों में हलचल
पप्पू यादव पहले भी अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखते रहे हैं। इस बार उनका बयान ऐसे समय में आया है जब भारत में आर्थिक स्थिरता को लेकर सरकार पहले से ही कई सवालों के घेरे में है। उनके बयान से यह स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा संसद से लेकर सड़कों तक चर्चा का विषय बन सकता है।
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