बिहार में नारी सशक्तिकरण के चाहे जितने दावे किए जाएं, लेकिन जमीनी हकीकत आज भी बेहद दर्दनाक और शर्मनाक है। ताजा मामला अररिया जिले के जोगबनी थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहाँ दहेज के लिए विवाहिता को न सिर्फ मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, बल्कि जब वह थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंची तो वह वहीं बेहोश हो गई।

पीड़िता की पहचान और मामला
पीड़िता का नाम हलिमा नाज है, जिनकी शादी 7 अक्टूबर 2020 को दिलावर खान से मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार धूमधाम से हुई थी। विवाह के समय दहेज में ₹3.25 लाख नकद, एक पल्सर मोटरसाइकिल, सोने के जेवरात और इलेक्ट्रॉनिक सामान सहित सभी आवश्यक चीजें दी गई थीं। इसके बावजूद हलिमा को ससुराल में लगातार दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता रहा।

मारपीट की भयावह घटना
घटना रविवार की है, जब हलिमा को उसके ससुर कौशर अली खान, सास गुलनाज खान, देवर जुलावर खान और शेखावत खान ने मिलकर बेरहमी से पीटा। जब पति दिलावर खान पत्नी को बचाने पहुंचे तो परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें भी पीट दिया और गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की।
घायल अवस्था में थाने पहुँचे, थाने में बेहोश हुई हलिमा
घटना के बाद दोनों पति-पत्नी किसी तरह जान बचाकर जोगबनी थाना पहुंचे, जहाँ हलिमा थाने में ही बेहोश हो गई। पीड़ित दंपति ने पुलिस को अपना दर्द बयां करते हुए एक लिखित शिकायत दी, जिसके आधार पर पुलिस ने तत्काल दोनों को इलाज के लिए फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया। वहां दोनों का इलाज जारी है और हलिमा की हालत गंभीर बनी हुई है।
पहले भी किया गया जिंदा जलाने का प्रयास
फारबिसगंज अस्पताल में भर्ती हलिमा ने बताया कि शादी के बाद एक बार उसे जिंदा जलाने का प्रयास भी किया गया था, जिसके निशान आज भी उसके शरीर पर मौजूद हैं। हलिमा के माता-पिता का पहले ही देहांत हो चुका है, और उसके भाई ने ही उसकी शादी कराई थी।
पंचायती भी हुई, पर नहीं मिला न्याय
हलिमा ने बताया कि इससे पहले भी इस प्रताड़ना को लेकर पूर्व विधायक जाकिर अनवर के हस्तक्षेप में पंचायती करवाई गई थी, लेकिन इसका कोई असर ससुराल वालों पर नहीं पड़ा। प्रताड़ना और हिंसा का सिलसिला जारी रहा।
बच्ची की गवाही: “दादी-चाचा मम्मी-पापा को मारते हैं”
इस घटना का सबसे मार्मिक पहलू तब सामने आया जब दंपति की छोटी बच्ची ने कहा:
“दादी और चाचा मम्मी को मारते हैं, पापा को भी मारा, और मोबाइल भी छीन लिया।”
बच्ची की यह बात ही इस बात का प्रमाण है कि किस तरह घरेलू हिंसा बच्चों की मासूम दुनिया को भी झकझोर रही है।
माँग: दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो
घायल दंपति ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और ससुराल पक्ष के लोगों पर कठोर कार्रवाई की माँग की है। इस मामले ने फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या बिहार में महिलाएं दहेज जैसी कुप्रथा से कभी पूरी तरह आज़ाद हो पाएंगी?
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