किशनगंज (बिहार):
राजद (राष्ट्रीय जनता दल) ने कोचाधामन विधानसभा क्षेत्र के कैरी बीरपुर गांव में एक बड़ी राजनीतिक सभा का आयोजन कर अपने जनाधार और संगठनात्मक मजबूती का प्रदर्शन किया। इस जनसभा की अगुवाई पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने की, जिसमें सीमांचल के कोने-कोने से हजारों की संख्या में लोग उमड़े। सभा में राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव व वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए और उन्होंने अपने fiery भाषण में केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला।

मास्टर मुजाहिद आलम की बढ़ती लोकप्रियता
पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम हाल के महीनों में लगातार क्षेत्र में सक्रिय नजर आ रहे हैं। आम लोगों से उनकी नियमित मुलाकातें, समस्याओं को सुनना और उनका समाधान करने की कोशिशों ने उन्हें जनता के बीच एक भरोसेमंद नेता के रूप में स्थापित कर दिया है। सभा में उमड़ी अपार भीड़ इस बात का प्रमाण थी कि कोचाधामन क्षेत्र में उनका प्रभाव और जनसमर्थन तेजी से बढ़ा है।
मास्टर मुजाहिद आलम ने अपने संबोधन में केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा सरकार बार-बार एक खास समुदाय को निशाना बना रही है। उन्होंने कहा, “तीन तलाक, वक्फ संशोधन एक्ट और नागरिकता संशोधन कानून (CAA) जैसे कदम यह साबित करते हैं कि भाजपा एक समुदाय विशेष को अलग-थलग करने की कोशिश कर रही है। लेकिन सीमांचल की जनता अब जाग चुकी है और आने वाले चुनाव में भाजपा को लोकतांत्रिक तरीके से करारा जवाब देगी।”

अब्दुल बारी सिद्दीकी का भाजपा पर तीखा हमला
सभा में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल अब्दुल बारी सिद्दीकी ने सीमांचल और विशेषकर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भाजपा की कथित नीतियों पर खुलकर आलोचना की। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार सीमांचल को बदनाम करने के लिए इसे घुसपैठ का अड्डा बताती है, लेकिन सच्चाई यह है कि किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और अररिया जिलों में एक भी बांग्लादेशी या रोहिंग्या घुसपैठिया नहीं है। यह सिर्फ एक राजनीतिक चाल है ताकि समुदाय विशेष को भयभीत किया जा सके।”
उन्होंने एनआरसी और सीएए जैसे कानूनों को भाजपा की “डर की राजनीति” करार देते हुए कहा, “अगर 65 लाख वोटर फर्जी हैं, तो भाजपा इन्हीं वोटों से सत्ता में कैसे आई?”
गृह मंत्री पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “देश को चलाने वाले जब गैर-जिम्मेदार बयान देंगे तो जनता को जवाब देना ही होगा। आज देश के गृह मंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।”

राजद विधायक अंजार नईमी का भी गरजता बयान
सभा में उपस्थित राजद विधायक अंजार नईमी ने एसआईआर (Special Investigation Report) के मुद्दे को उठाया और कहा कि सीमांचल की जनता को उनके वोटिंग अधिकार से वंचित करने की कोशिश की गई थी, लेकिन कांग्रेस और राजद नेताओं के संघर्ष से इसे रोका गया। उन्होंने कहा, “जब यह मामला उठा था, तब राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़ी, और उसी संघर्ष का परिणाम है कि आज सीमांचल की जनता वोटर लिस्ट में अपनी पहचान कायम रख सकी है।”
भीड़ ने दिया स्पष्ट संकेत
सभा में जुटी भीड़ और जनता का उत्साह इस बात का संकेत है कि मास्टर मुजाहिद आलम की जमीन पर सक्रियता और जनता से जुड़ाव ने कोचाधामन में राजद को एक मजबूत विकल्प के रूप में खड़ा कर दिया है। जनता की उपस्थिति और समर्थन से यह स्पष्ट है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कोचाधामन में एक कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।

निष्कर्ष
राजद की यह सभा न केवल एक शक्ति प्रदर्शन थी, बल्कि इससे यह संदेश भी गया कि सीमांचल की जनता अब भाजपा की कथित ‘विभाजनकारी राजनीति’ के खिलाफ एकजुट हो रही है। मास्टर मुजाहिद आलम की भूमिका इस पूरी रणनीति में अहम नजर आ रही है। यदि यह जनसमर्थन इसी तरह बरकरार रहा, तो कोचाधामन आने वाले चुनावों में राजनीतिक हलचल का केंद्र बन सकता है।
अधिक अपडेट के लिए पढ़ें Jeb News











