बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां तेज़ हो गई हैं और राजनीतिक हलचल जोरों पर है। इसी क्रम में सोमवार को कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार कमरुल हुदा ने किशनगंज विधानसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भारी भीड़ मौजूद रही, जिसने पूरे इलाके को चुनावी रंग में रंग दिया।
किशनगंज विधानसभा क्षेत्र को बिहार की प्रमुख मुस्लिम बहुल सीट माना जाता है। इस बार यहां मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है, जिसमें कांग्रेस, भाजपा और एक क्षेत्रीय दल आमने-सामने होंगे। कमरुल हुदा की उम्मीदवारी को कांग्रेस के परंपरागत मतदाताओं के साथ-साथ युवाओं और शिक्षा समर्थकों से भी समर्थन मिल रहा है।
किशनगंज से कांग्रेस प्रत्याशी कमरुल हुदा ने भरा नामांकन
जनता का भरोसा हमारी ताकत: कमरुल हुदा
नामांकन के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कमरुल हुदा ने कहा कि किशनगंज की जनता ने हमेशा कांग्रेस पार्टी पर भरोसा जताया है, और वह इस भरोसे को टूटने नहीं देंगे। उन्होंने कहा,
“मैं किशनगंज के लिए शिक्षा, विकास और रोजगार के मुद्दों पर प्राथमिकता से काम करूंगा। हमारा लक्ष्य सिर्फ चुनाव जीतना नहीं, बल्कि जनता की सेवा करना है।”
हुदा ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल जैसे संगठन किशनगंज की सामाजिक एकता को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि
“हमारी एकता कभी नहीं टूटेगी। यह पहले भी मजबूत थी, आज भी है और भविष्य में और सशक्त होगी।”
किशनगंज से कांग्रेस प्रत्याशी कमरुल हुदा ने भरा नामांकन
वरिष्ठ नेताओं का आभार, टिकट पर जनता की मुहर
कमरुल हुदा ने टिकट मिलने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं — राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, इमरान प्रतापगढ़ी और किशनगंज के सांसद मोहम्मद जावेद राजा — का आभार जताया। उन्होंने बताया कि सीएससी (कांग्रेस स्क्रीनिंग कमिटी) की बैठक में जनता की आवाज को प्राथमिकता दी गई, जिसके बाद उन्हें पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया गया।
किशनगंज से कांग्रेस प्रत्याशी कमरुल हुदा ने भरा नामांकन
शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव का वादा
कमरुल हुदा ने विशेष रूप से किशनगंज क्षेत्र में शिक्षा की बदहाल स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) की क्षेत्रीय सेंटर की वर्षों पुरानी मांग अभी तक अधूरी है, जबकि यह मुद्दा स्थानीय युवाओं के भविष्य से जुड़ा हुआ है।
इसके साथ ही उन्होंने वादा किया कि अगर वे विधायक चुने जाते हैं तो वे किशनगंज में एक एलएलबी कॉलेज खोलने की दिशा में ठोस प्रयास करेंगे, ताकि छात्रों को विधि की पढ़ाई के लिए बाहर न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा का विस्तार ही क्षेत्र की असली प्रगति है।
त्रिकोणीय मुकाबले में कांग्रेस को बढ़त मिलने की उम्मीद
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि किशनगंज में इस बार मुकाबला त्रिकोणीय है, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार की स्थानीय छवि, जनसंपर्क और शिक्षा पर विशेष फोकस उन्हें बढ़त दिला सकता है। हालांकि भाजपा और अन्य दल भी पूरी तैयारी में हैं और मुकाबला रोचक रहने की संभावना है।