टेढ़ागाछ (किशनगंज): बुधवार को एआईएमआईएम (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने टेढ़ागाछ हाई स्कूल मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। यह सभा बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी तौसीफ आलम के समर्थन में आयोजित की गई थी। ओवैसी के आगमन को लेकर पूरे इलाके में सुबह से ही भारी उत्साह देखने को मिला।
टेढ़ागाछ में असदुद्दीन ओवैसी की गरज
मैदान में हजारों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता, समर्थक और स्थानीय नागरिक जुटे थे। मंच पर एआईएमआईएम के जिला स्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड प्रतिनिधि और पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने व्यापक तैयारी की थी, ताकि भीड़ पर नियंत्रण रखा जा सके और किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
टेढ़ागाछ में असदुद्दीन ओवैसी की गरज
जैसे ही ओवैसी मंच पर पहुंचे, समर्थकों ने नारेबाजी और तालियों से उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पूरा मैदान “ओवैसी जिंदाबाद” और “तौसीफ आलम जीतेंगे” के नारों से गूंज उठा।
अपने संबोधन में ओवैसी ने बिहार की सत्ताधारी और विपक्षी दोनों पार्टियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दोनों को निशाने पर लेते हुए कहा कि,
“नीतीश कुमार बीस साल से सत्ता में हैं। कभी बीजेपी तो कभी आरजेडी के साथ मिलकर सरकार चलाई, लेकिन आज भी बिहार की हालत नहीं बदली। सड़कों से लेकर स्कूलों तक, हर क्षेत्र में अव्यवस्था है। जनता को वादे करके धोखा दिया गया है।”
टेढ़ागाछ में असदुद्दीन ओवैसी की गरज
तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि उन्होंने वक्फ कानून को कूड़े में फेंकने की बात की थी और अब युवाओं को रोजगार देने का वादा कर रहे हैं।
“तेजस्वी यादव सिर्फ लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। बिहार के युवाओं को इनके झांसे में नहीं आना चाहिए। जब इन्हें मौका मिला तब इन्होंने कुछ नहीं किया, अब फिर झूठे वादों से जनता को बहला रहे हैं।”
ओवैसी ने आगे कहा कि एआईएमआईएम ही वह पार्टी है जो कमजोर और वंचित वर्गों की असली आवाज़ उठाती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस बार धर्म और जाति की राजनीति से ऊपर उठकर अपने हक़ और विकास के लिए वोट करें।
सभा के अंत में तौसीफ आलम ने भी उपस्थित भीड़ का धन्यवाद दिया और कहा कि वह बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र में विकास की नई दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
टेढ़ागाछ में ओवैसी की इस सभा ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। क्षेत्र में अब चर्चा इस बात की है कि एआईएमआईएम की बढ़ती सक्रियता क्या महागठबंधन और एनडीए दोनों के समीकरणों को प्रभावित करेगी।