किशनगंज में दहेज प्रथा की शर्मनाक तस्वीर सामने आई है, जहां एक युवक ने सिर्फ अपनी पसंदीदा बाइक न मिलने के कारण शादी से इनकार कर दिया। घटना सदर थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

शादी की पूरी तैयारी के बाद बदली मांग
15 जनवरी को कविता (काल्पनिक नाम) की शादी कटिहार जिले के बलरामपुर थाना क्षेत्र के निवासी राम विलास पासवान से होनी थी। लड़की पक्ष ने सभी तैयारियाँ पूरी कर ली थीं—कार्ड वितरण, टेंट बुकिंग, हलवाई का इंतजाम और अन्य खर्च भी कर दिए गए थे।
शनिवार को लड़की वालों ने युवक को पहले से तय की गई बाइक लेने के लिए किशनगंज बुलाया था। शुरू में राम विलास ने अपाचे बाइक की मांग रखी थी, जिसे लड़की पक्ष ने स्वीकार कर लिया था। लेकिन अचानक उसने अपनी मांग बदलकर R-One 5 बाइक की जिद थोप दी।
लड़की की मां के मुताबिक, वे पहले ही लड़के पक्ष को एक लाख रुपये नकद दे चुके थे, फिर भी दूल्हे की लालच कम नहीं हुई।

समझाने की कोशिशें हुईं नाकाम
दहेज लोभ दिखा रहे युवक को लड़की वालों ने काफी समझाया। मामला बिगड़ने पर नगर परिषद अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान को बुलाया गया। उन्होंने भी युवक को समझाने की कोशिश की और बताया कि दहेज लेना कानूनन अपराध है। लेकिन राम विलास अपनी जिद पर अड़ा रहा और स्पष्ट कहा—
“R-One बाइक मिलेगी तभी शादी करूंगा, नहीं तो शादी नहीं होगी।”

पुलिस को दी गई सूचना, दूल्हा हिरासत में
जब वार्ताओं का कोई असर नहीं हुआ, लड़की पक्ष ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को समझाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी। अंततः पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।

लड़की पक्ष ने दर्ज कराया आवेदन
रविवार को लड़की की मां ने थाने में लिखित शिकायत दी, जिसमें दूल्हे और उसके परिवार पर दहेज मांगने और शादी तोड़ने का आरोप लगाया गया है। पुलिस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
समाज में दहेज प्रथा की कड़वी हकीकत
यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि दहेज प्रथा आज भी समाज में गहरी जड़ें जमाए हुए है, जहाँ रिश्ते महंगी चीजों और पैसों के आधार पर तोड़े-मरोड़े जाते हैं। पुलिस का हस्तक्षेप लड़की पक्ष के लिए राहत लेकर आया है, लेकिन सवाल अब भी खड़ा है—दहेज की इस कुप्रथा से समाज कब मुक्त होगा?
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