अररिया: भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में स्थित आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर की गई सफल सैन्य कार्रवाई के समर्थन में शनिवार को अररिया जिला कांग्रेस कमेटी ने एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया। यह यात्रा जिले के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।
तिरंगा यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारतीय सेना के साहस और बलिदान को सम्मान देना तथा आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर राष्ट्रीय एकता का संदेश देना था। यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथों में राष्ट्रीय ध्वज थामे देशभक्ति के नारे लगाए और “भारत माता की जय”, “सेना को सलाम”, जैसे उद्घोषों से वातावरण गुंजायमान कर दिया।

सेना की कार्रवाई को बताया ऐतिहासिक कदम
जिला कांग्रेस अध्यक्ष साद अहमद बबलू ने इस मौके पर कहा कि भारतीय सेना की यह कार्रवाई देश की सुरक्षा के लिहाज़ से अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में संचालित आतंकी शिविरों को नष्ट करना न केवल आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक वार है, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट होता है कि भारत किसी भी प्रकार की राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, “ये आतंकी कैंप पाकिस्तानी सरकार के संरक्षण में चलाए जा रहे थे। सेना द्वारा इन्हें नष्ट किया जाना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जिससे दुनिया को यह स्पष्ट संदेश गया है कि भारत अपने नागरिकों और सीमाओं की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाने को तैयार है।”

ऑपरेशन सिंदूर को मिली सराहना
कांग्रेस नेताओं ने इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ करार देते हुए इसकी खुले दिल से सराहना की। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन भारत की सैन्य रणनीति और जमीनी ताकत की उत्कृष्ट मिसाल है। इसने यह साबित कर दिया है कि भारत आतंकवाद के प्रति ‘शून्य सहिष्णुता’ की नीति पर दृढ़ है।
राष्ट्रप्रेम और एकता का प्रदर्शन
तिरंगा यात्रा के माध्यम से कांग्रेस ने यह दिखाने की कोशिश की कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सभी राजनीतिक मतभेद भुलाकर पूरा देश एकजुट है। इस आयोजन से न केवल सेना के प्रति सम्मान प्रकट हुआ, बल्कि आम लोगों में भी राष्ट्रभक्ति की भावना को बल मिला। कई युवाओं और महिलाओं ने भी इस यात्रा में भाग लेकर अपनी एकजुटता दिखाई।
नागरिकों का उत्साह रहा देखते ही बनता
पूरे मार्ग में स्थानीय नागरिकों ने यात्रा का स्वागत किया, कुछ ने पुष्प वर्षा की तो कई लोगों ने बालकनी से झंडे लहराकर समर्थन जताया। यह यात्रा प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी शांतिपूर्ण रही और सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे।
निष्कर्ष
इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि देश की जनता अपनी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। कांग्रेस की यह पहल जहां एक राजनीतिक संदेश देती है, वहीं यह भी दर्शाती है कि जब बात देश की सुरक्षा की होती है, तो राजनीतिक सीमाएं धुंधली हो जाती हैं और राष्ट्र सर्वोपरि हो जाता है।
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