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सेंट चाइल्ड स्कूल की जमीन को लेकर फैलाया जा रहा दिग्भ्रम

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किशनगंज:  शहर के प्रतिष्ठित सेंट चाइल्ड स्कूल की जमीन को लेकर इन दिनों भ्रम का माहौल बनाया जा रहा है। इस संदर्भ में बुधवार को एक प्रेसवार्ता आयोजित की गई, जिसमें जमीन मालिक अनवार यूसुफ के पुत्र तलहा यूसुफ ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोग जानबूझकर इस जमीन को लेकर आम लोगों के बीच भ्रामक बातें फैला रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इस जमीन को लेकर लगाए जा रहे सभी आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।

सेंट चाइल्ड स्कूल की जमीन को लेकर फैलाया जा रहा दिग्भ्रम
सेंट चाइल्ड स्कूल की जमीन को लेकर फैलाया जा रहा दिग्भ्रम

प्रेसवार्ता के दौरान तलहा यूसुफ ने बताया कि सेंट चाइल्ड स्कूल की कुल जमीन लगभग 84 कट्ठा है। यह जमीन अरुण तारा चौधरी की बेटी प्रसिला भाटिया द्वारा उनके पिता अनवार यूसुफ को पावर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से प्रदान की गई थी। इसके बावजूद कुछ लोगों ने इस जमीन पर आपत्ति जताते हुए न्यायालय में मुकदमा दर्ज किया। तलहा ने कहा कि वर्षों तक चली इस कानूनी लड़ाई के बाद अब कोर्ट से उनके पक्ष में डिग्री प्राप्त हो चुकी है।

सेंट चाइल्ड स्कूल की जमीन को लेकर फैलाया जा रहा दिग्भ्रम
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उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ असामाजिक तत्व इस जमीन को लेकर लगातार भयादोहन (ब्लैकमेल) करने की कोशिश कर रहे हैं। तलहा यूसुफ ने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियों से अब तंग आकर वे किशनगंज के जिला पदाधिकारी (DM) और पुलिस अधीक्षक (SP) को आवेदन देकर विधि-सम्मत कार्रवाई की मांग करेंगे।

सेंट चाइल्ड स्कूल की जमीन को लेकर फैलाया जा रहा दिग्भ्रम
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तलहा ने आगे बताया, “हमने जब से यह जमीन खरीदी है, तभी से कुछ तथाकथित लोग हमें लगातार परेशान कर रहे हैं। जबकि हमारे पास जमीन से संबंधित सभी वैध दस्तावेज और न्यायालय के आदेश मौजूद हैं। इसके बावजूद हमारे ऊपर बार-बार गलत आरोप लगाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।”

प्रेसवार्ता में तलहा यूसुफ के समर्थन में कई गणमान्य लोग भी उपस्थित थे। इनमें विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के जिला अध्यक्ष मनोज गट्टानी, श्यामल कुमार दास सहित अन्य स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल थे। सभी ने इस मामले को प्रशासन के समक्ष गंभीरता से उठाने की बात कही।

यह मामला न केवल एक निजी संपत्ति विवाद बन गया है, बल्कि अब सामाजिक और राजनीतिक रंग भी लेता जा रहा है। ऐसे में देखना होगा कि जिला प्रशासन इस विवाद पर क्या रुख अपनाता है और क्या कोई ठोस कार्रवाई होती है या नहीं।

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