पूर्णिया (बिहार): बिहार के सीमांचल क्षेत्र को विकास की एक नई उड़ान मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 15 सितंबर को पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। इसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। शुक्रवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पूर्णिया पहुंचकर एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों की समीक्षा की और तैयारियों का जायजा लिया।
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी दोपहर 12:50 बजे हेलिकॉप्टर से पूर्णिया एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और समाजसेवियों ने बुके देकर उनका अभिनंदन किया। उनके साथ केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, राज्य के मंत्री लेसी सिंह, सांसद संजय झा, पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा और मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और नेता मौजूद रहे।

हाई लेवल मीटिंग में हुई समीक्षा
एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद डिप्टी सीएम ने टर्मिनल बिल्डिंग, रनवे, एप्रोच पथ, सुरक्षा व्यवस्थाओं और अन्य सुविधाओं का मुआयना किया। इसके बाद एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया जिसमें एयरपोर्ट के निर्माण से जुड़े कार्यों की प्रगति पर चर्चा हुई। बैठक में बताया गया कि पूर्णिया एयरपोर्ट ‘पीएम पैकेज बिहार 15’ का हिस्सा है और इसे तय समयसीमा के भीतर तैयार किया जा रहा है।
बैठक में एयरपोर्ट के इंट्रीम टर्मिनल बिल्डिंग, एप्रोच रोड, रनवे, तकनीकी विशेषताएं, सुरक्षा प्रबंध, नागरिक व सैन्य उपयोग में तालमेल, और आवश्यक बुनियादी संरचनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। डिप्टी सीएम ने निर्माण कार्य की प्रगति पर संतोष जताते हुए कहा कि यह एयरपोर्ट सीमांचल क्षेत्र के लोगों के लिए विकास की एक नई शुरुआत साबित होगा।

5 सितंबर तक पूरे होंगे सभी कार्य
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बताया कि सभी निर्माण कार्यों को 5 सितंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा, ताकि प्रधानमंत्री के आगमन से पहले एयरपोर्ट पूरी तरह से तैयार हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोई भी काम अधूरा न रहे और सुरक्षा मानकों के साथ कोई समझौता न किया जाए।

पूर्णिया से जल्द शुरू होंगी फ्लाइट सेवाएं
सम्राट चौधरी ने बताया कि पूर्णिया एयरपोर्ट से जल्द ही देश के कई प्रमुख शहरों के लिए हवाई सेवाएं शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा, “हमने स्पष्ट कर दिया है कि पूर्णिया से एक से दो दिन के भीतर उड़ानों की शुरुआत होगी और धीरे-धीरे यह हब के रूप में विकसित होगा।”
यह एयरपोर्ट न सिर्फ पूर्णिया बल्कि कटिहार, किशनगंज, अररिया जैसे आस-पास के जिलों के लोगों के लिए भी बेहद लाभकारी साबित होगा, जो अब तक हवाई यात्रा के लिए भागलपुर, पटना या बागडोगरा जैसे शहरों पर निर्भर थे।

पूर्णिया एयरपोर्ट से उम्मीदें और संभावनाएं
पूर्णिया एयरपोर्ट के शुरू होने से सीमांचल को सीधे राष्ट्रीय हवाई नेटवर्क से जोड़ने में मदद मिलेगी। यह क्षेत्र अब तक बुनियादी ढांचे की दृष्टि से पिछड़ा हुआ माना जाता था, लेकिन एयरपोर्ट जैसी सुविधा यहां के व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन को नई दिशा देगी।
सरकार की योजना है कि यहां से पटना, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु जैसे शहरों के लिए उड़ानें शुरू की जाएं। एयरपोर्ट का नागरिक और सैन्य उपयोग दोनों प्रकार से किया जाएगा, जिससे यह रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
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