पूर्णिया।
कसबा प्रखंड अंतर्गत गुरही पंचायत में रविवार को एक ऐतिहासिक पहल की गई, जब पूरे क्षेत्र ने एकजुट होकर नशा मुक्ति अभियान की शुरुआत की। पंचायत की मुखिया शाजिया खातून और मुखिया प्रतिनिधि गुलाम सरवर की अध्यक्षता में आयोजित इस जनजागरूकता कार्यक्रम में हजारों की संख्या में स्थानीय नागरिक, छात्र-छात्राएं, अभिभावक, शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए।

नशे के खिलाफ एकजुट हुआ समाज
इस अभियान का उद्देश्य समाज में बढ़ते नशाखोरी के प्रचलन पर लगाम लगाना और युवाओं को नशे की गिरफ्त से बाहर निकालना है। कार्यक्रम की शुरुआत स्थानीय स्कूल परिसर में हुई, जहां वक्ताओं ने नशे से होने वाले दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला और युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील की।

मुखिया प्रतिनिधि गुलाम सरवर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा,
“नशे की लत न केवल व्यक्ति का जीवन बर्बाद करती है, बल्कि पूरा परिवार और समाज भी इससे प्रभावित होता है। आज का युवा वर्ग इसका सबसे बड़ा शिकार बन रहा है। ऐसे में हमारी सामूहिक जिम्मेदारी बनती है कि हम इस बुराई के खिलाफ आवाज उठाएं और लोगों को जागरूक करें।”
उन्होंने विशेष तौर पर युवाओं से आग्रह किया कि वे नशे के खिलाफ खुद आगे आएं और अपने दोस्तों व आसपास के लोगों को भी इसके खतरों से आगाह करें। साथ ही उन्होंने प्रशासन से मांग की कि नशा बेचने और इसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

संकल्प और पदयात्रा ने दिया संदेश
कार्यक्रम के अंत में एक विशाल पदयात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। यह यात्रा पंचायत भवन से आरंभ होकर मुख्य चौक और आस-पास के गांवों से होकर गुज़री। हाथों में तख्तियां और नारों के साथ लोगों ने “नशा छोड़ो, जीवन संवारो”, “स्वस्थ समाज, नशामुक्त समाज” जैसे संदेशों को आमजन तक पहुँचाया।
इस दौरान उपस्थित लोगों ने खुले मंच से नशा नहीं करने और दूसरों को भी इसके खिलाफ जागरूक करने का संकल्प लिया। छात्रों ने भी पोस्टर और स्लोगन के माध्यम से नशा उन्मूलन का संदेश दिया।

स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने सराहा प्रयास
इस पहल की सराहना करते हुए स्थानीय नागरिकों ने कहा कि आज जरूरत है ऐसे ही सामूहिक प्रयासों की, जो समाज को जागरूक करें और आने वाली पीढ़ी को नशे जैसी बुराई से बचाएं। अभिभावकों ने कहा कि बच्चों को स्कूलों में भी नियमित रूप से नशा मुक्ति से जुड़ी शिक्षा दी जानी चाहिए।
निष्कर्ष:
गुरही पंचायत में शुरू हुआ यह नशा मुक्ति अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जनांदोलन का रूप लेता दिखाई दे रहा है। अगर ऐसे प्रयास लगातार होते रहे, तो निश्चित ही पूर्णिया और आसपास के क्षेत्रों में नशा उन्मूलन की दिशा में बड़ा बदलाव संभव होगा।
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