बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए किशनगंज जिले में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जा रहा है। जिलाधिकारी विशाल राज की अगुवाई में एक अहम सुरक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें पारा मिलिट्री फोर्स के अधिकारियों को चुनावी माहौल में उच्चतम स्तर की सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर CRPF, CISF और SSB सहित कुल 8 केंद्रीय सुरक्षा बल कंपनियां पहले ही किशनगंज पहुंच चुकी हैं। इन कंपनियों को जिले के संवेदनशील इलाकों—ठाकुरगंज, बहादुरगंज और कोचाधामन—में प्राथमिकता के आधार पर तैनात किया गया है।
बिहार चुनाव से पहले किशनगंज में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
बॉर्डर पर विशेष नजर, फ्लैग मार्च के निर्देश
बैठक के दौरान डीएम विशाल राज ने फ्लैग मार्च, संयुक्त गश्त और एरिया डोमिनेशन जैसे अभियानों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नेपाल सीमा से सटे जिले में सुरक्षा बलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने स्पष्ट कहा,
“चुनाव को शांतिपूर्ण और भयमुक्त कराना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। सुरक्षा बलों और स्थानीय पुलिस के बीच मजबूत समन्वय जरूरी है।”
बिहार चुनाव से पहले किशनगंज में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
निगरानी के आधुनिक उपाय
डीएम ने सभी संवेदनशील बूथों पर CCTV कैमरे, ड्रोन सर्विलांस और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी को अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश दिए। इसके अलावा अवैध हथियारों, शराब और नकदी के परिवहन पर कड़ी निगरानी के आदेश भी दिए गए हैं।
बिहार चुनाव से पहले किशनगंज में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
विशेषज्ञों की राय
सुरक्षा मामलों के विशेषज्ञ राजीव रंजन का कहना है कि केंद्रीय बलों की तैनाती से न केवल मतदाताओं में विश्वास बढ़ेगा, बल्कि असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर भी लगाम लगेगी।
जिला प्रशासन का स्पष्ट लक्ष्य है— स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव। आने वाले दिनों में और भी सुरक्षा बलों की तैनाती की संभावना जताई जा रही है।