कटिहार रेलवे मंडल के तत्वावधान में आयोजित रेल मेला 2025 का भव्य शुभारंभ शनिवार की शाम को हुआ। इस अवसर पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, कटिहार नगर निगम की मेयर उषा देवी अग्रवाल, डीआरएम सुरेंद्र कुमार और महिला रेल समिति की अध्यक्षा मीता कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर मेले का उद्घाटन किया।

कार्यक्रम की शुरुआत
रेल प्रशासन द्वारा रंग-बिरंगे गुब्बारे उड़ाकर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। उद्घाटन समारोह के दौरान स्थानीय कलाकारों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया, जिसने माहौल को उल्लासपूर्ण बना दिया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला
शाम 5:00 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई, जिसमें स्थानीय और आमंत्रित कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियाँ दीं:
- 5:00 PM: स्थानीय कलाकार मनीषा देबनाथ ने अपनी पहली प्रस्तुति दी।
- 5:10 PM: ‘रॉक ऑन डांस ग्रुप’ ने शास्त्रीय नृत्य और भरतनाट्यम का फ्यूजन पेश कर दर्शकों को रोमांचित किया।
- 5:15 PM: ‘किलकारी बाल भवन’ की ओर से ‘चकवा एट्स मोर पंखिया’ लोकनृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसमें शिवांशी ने मुख्य भूमिका निभाई।
- 6:30 PM: निकिता वरदमान ने सैक्सोफोन पर मधुर धुनें बजाकर वातावरण को संगीतमय बना दिया।
मनीषा देबनाथ की दूसरी प्रस्तुति
शाम 7:30 बजे मनीषा देबनाथ ने एक बार फिर मंच संभाला और ‘तेरे नाम से जी लूं, तेरे नाम से मर जाऊं…’ और ‘तेरी दीवानी’ जैसे लोकप्रिय गीतों की भावपूर्ण प्रस्तुति से दर्शकों को भावविभोर कर दिया।

मुख्य आकर्षण: श्याम शैलजा की प्रस्तुति
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहीं बिहार की प्रसिद्ध लोकगायिका श्याम शैलजा झा, जिन्होंने अपने मधुर गायन से पूरे आयोजन को ऊँचाइयाँ दीं। उनकी प्रस्तुति के दौरान भारी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे, जो उनके सुरों के साथ झूमते और तालियाँ बजाते नज़र आए।

समारोह का समापन
कार्यक्रम का समापन रात 9:30 बजे पुरस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ, जिसमें सांस्कृतिक प्रतिभागियों और मेले से जुड़े विभिन्न योगदानकर्ताओं को सम्मानित किया गया।
रेलवे विभागों की प्रदर्शनी
रेल मेला में रेलवे के दर्जनों विभागों ने अपने-अपने स्टॉल लगाए, जहाँ आगंतुकों को रेलवे की ऐतिहासिक जानकारी, नई तकनीकों, और परिवहन सेवाओं में हो रहे नवाचारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
- रेलवे महिला समिति,
- एनएफ रेलवे मजदूर यूनियन,
- और एनएफ रेलवे इंप्लॉई यूनियन
ने भी अपने-अपने स्टॉलों के माध्यम से जनसंपर्क किया।
बच्चों और आगंतुकों के लिए विशेष आकर्षण
मेले में बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले, मिकी माउस की झाँकी, और अन्य खेलों का विशेष प्रबंध किया गया था।
वहीं खानपान की दुकानों में लोगों की भीड़ देखने लायक थी। चाय, गोलगप्पे, मोमो, वेज केक, आइस गोला और कोल्ड ड्रिंक्स जैसी वस्तुओं की बिक्री से मेला जीवंत बना रहा।
रेल प्रशासन द्वारा आगंतुकों के लिए निःशुल्क पेयजल और स्वीट कॉर्न की भी व्यवस्था की गई थी, जिससे लोगों को राहत मिली।
निष्कर्ष:
कटिहार में आयोजित रेल मेला 2025 का पहला दिन सांस्कृतिक रंगों और जनभागीदारी की दृष्टि से अत्यंत सफल रहा। श्याम शैलजा की प्रस्तुति ने जहां संगीत प्रेमियों को आनंदित किया, वहीं रेलवे की प्रदर्शनियों ने ज्ञानवर्धन का अवसर प्रदान किया। आने वाले दिनों में यह मेला और भी भव्य रूप ले सकता है।
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