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कटिहार में आदिवासी नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म

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कटिहार (बिहार): जिले के मनिहारी प्रखंड में एक नाबालिग आदिवासी छात्रा के साथ चार दिन पहले हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में प्रशासनिक लापरवाही को लेकर परिजनों और आदिवासी संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा। सोमवार को कटिहार सदर अस्पताल में पीड़िता की मेडिकल जांच में देरी को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

कटिहार में आदिवासी नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म
कटिहार में आदिवासी नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म

घटना के बाद पीड़िता को महिला हेल्पलाइन में रखा गया

जानकारी के मुताबिक, घटना के तुरंत बाद पीड़िता को जिला महिला हेल्पलाइन केंद्र में शिफ्ट कर दिया गया था। लेकिन उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने का हवाला देते हुए मेडिकल जांच को चार दिनों तक टाल दिया गया, जिससे परिजन और सामाजिक संगठनों में नाराजगी बढ़ गई।

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दबाव में लाया गया अस्पताल, अब जांच शुरू

सोमवार को जब पीड़िता को अस्पताल लाया गया तो परिजनों और संगठनों ने अस्पताल परिसर में जमकर विरोध दर्ज किया। आदिवासी विकास परिषद के जिला अध्यक्ष सुबोध राम ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, “यह आदिवासी समाज के साथ अन्याय है। पीड़िता मानसिक रूप से अस्थिर है, उसे तत्काल चिकित्सा और न्याय की आवश्यकता है।”

पीड़िता ने डर के कारण जांच से किया था इनकार

कटिहार सदर अस्पताल के डॉक्टर विपिन कुमार ने जानकारी दी कि पीड़िता शुरुआत में बहुत डरी हुई थी और उसने खुद मेडिकल जांच करवाने से इनकार कर दिया था। हालांकि अब उसकी स्थिति में सुधार है और महिला चिकित्सकों की देखरेख में उसका मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है।

चार आरोपी गिरफ्तार, आगे की कार्रवाई रिपोर्ट पर निर्भर

पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अब मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सामाजिक संगठनों और परिजनों का आरोप है कि प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और पीड़िता को न्याय दिलाने में ढिलाई बरती।

न्याय की मांग को लेकर आगे बढ़ता जनदबाव

इस घटना ने जिले में प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर प्रशासन जांच की प्रक्रिया का हवाला दे रहा है, वहीं दूसरी ओर आदिवासी समाज और सामाजिक कार्यकर्ता इसे संवेदनशीलता की कमी और जातीय उपेक्षा का मामला बता रहे हैं। अब पूरे जिले में पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग तेज हो गई है।

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