पूर्णिया: शनिवार सुबह पूर्णिया सेंट्रल जेल में जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने औचक निरीक्षण और सघन छापेमारी अभियान चलाया। सुबह 7 बजे शुरू हुई यह कार्रवाई करीब 12 बजे तक चली, जिसमें जेल के हर एक वार्ड और बैरक की बारीकी से तलाशी ली गई।

जिलाधिकारी अंशुल कुमार और पुलिस अधीक्षक स्वीटी सहरावत के नेतृत्व में पहुंची टीम में अपर समाहर्ता, एसडीएम और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी रूटीन जांच के तहत की गई थी ताकि जेल की आंतरिक व्यवस्था और सुरक्षा का जायजा लिया जा सके।

जांच के दौरान किसी भी प्रकार का प्रतिबंधित या आपत्तिजनक सामान जैसे मोबाइल, तंबाकू या अन्य वस्तुएं बरामद नहीं हुईं। जिलाधिकारी ने बताया कि जेल की साफ-सफाई, पीने के पानी, कूलिंग व्यवस्था और शौचालय की स्थिति संतोषजनक पाई गई। जेल परिसर में 6 से 8 वाटर कूलर और एयर कूलर लगाए गए हैं, जिससे कैदियों को गर्मी से राहत मिलती है।

उन्होंने यह भी जानकारी दी कि एक नया 300 कैपेसिटी वाला वार्ड तैयार किया गया है, जहां जल्द ही कैदियों को स्थानांतरित किया जाएगा। महिला और पुरुष दोनों कैदियों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी गईं और कई प्रशिक्षण योजनाओं की जानकारी भी ली गई।
वर्तमान में जेल में लगभग 1900 कैदी हैं। कैदियों के पुनर्वास के लिए मशरूम उत्पादन, बकरी पालन और मत्स्य पालन जैसे विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। एसपी स्वीटी सहरावत ने कहा कि अपराध नियंत्रण और सुरक्षा की दृष्टि से इस तरह की नियमित छापेमारी आवश्यक है और आगे भी जारी रहेगी।
निष्कर्ष:
चार घंटे चली इस निगरानी कार्रवाई में कोई भी खामी सामने नहीं आई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पूर्णिया सेंट्रल जेल की व्यवस्था फिलहाल सुचारु और संतुलित बनी हुई है।
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