एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ हुई एक ऐसी घटना ने समाज के नाक पर दाग लगा दिया है, जहाँ उसे न सिर्फ बेरहमी से शारीरिक शोषण का शिकार बनाया गया, बल्कि उसे एक वस्तु की तरह तीन लाख रुपये में बेच दिया गया और जबरन शादी के बंधन में बांध दिया गया। इस पूरे मामले में मानव तस्करी, बलात्कार और जबरन विवाह जैसे गंभीर अपराध सामने आए हैं।

पारिवारिक पृष्ठभूमि: अनाथ बच्ची की दुर्दशा
पीड़िता के जीवन की त्रासदी की शुरुआत एक दशक पहले हुई, जब उसके माता-पिता का निधन हो गया। इसके बाद से वह कोचाधामन थाना क्षेत्र में अपने मामा और गंधर्वडांगा थाना क्षेत्र में अपनी बुआ के घर आश्रय लेकर रह रही थी। हालाँकि, रिश्तेदारों के यहाँ भी उसे प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। इसी प्रताड़ना से तंग आकर 18 अगस्त को वह अपनी बुआ का घर छोड़कर चली गई और भटकते हुए लोहागाड़ा पहुँच गई।

शोषण का पहला पड़ाव: झांसे और धोखे का जाल
लोहागाड़ा में एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने उसे परेशान देखा और मदद का हाथ बढ़ाया। विश्वास में आकर पीड़िता ने उसकी मदद स्वीकार कर ली, लेकिन इस अधेड़ ने उसे धोखा देकर असलम नामक एक युवक के हवाले कर दिया। असलम और उसका भाई उसे शादी के झांसे में अपने घर ले गए। इसके बाद का दौर पीड़िता के लिए नरक से कम नहीं था। दोनों भाइयों ने कई दिनों तक उसके साथ बार-बार बलात्कार किया।

मानव तस्करी: इंसानियत पर कलंक
शोषण के इस दौर के बाद असलम ने पीड़िता को राजस्थान ले जाकर एक व्यक्ति को मात्र तीन लाख रुपये में बेच दिया और स्वयं फरार हो गया। राजस्थान में भी पीड़िता का दुखों का सिलसिला थमा नहीं। जिस व्यक्ति ने उसे खरीदा था, उसने भी उसे दूसरे अधेड़ व्यक्ति को बेच दिया। इस दूसरे खरीददार ने एक मंदिर में जाकर पीड़िता के साथ जबरन शादी कर ली। बेमेल और जबरन इस रिश्ते में पीड़िता की पीड़ा और बढ़ गई।

मुक्ति और न्याय की उम्मीद
अपने साहस से पीड़िता ने एक दिन मौका पाकर अपने परिजनों को फोन किया और अपनी पूरी दर्दनाक कहानी सुनाई। इसके बाद परिजनों ने तुरंत गंधर्वडांगा थाना पहुँचकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िता को राजस्थान से बरामद करवा लिया। उसकी मेडिकल जांच कराई गई और उसे आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए न्यायालय में पेश किया गया।
पुलिस की कार्रवाई और वर्तमान स्थिति
गौरतलब है कि पीड़िता के गायब होने के बाद उसके मामा ने गंधर्वडांगा थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद से पुलिस उसे ढूंढ रही थी। अब पीड़िता के बरामद होने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी असलम और शुरुआत में पीड़ितa को धोखा देने वाले अधेड़ व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी है। मामले में मानव तस्करी, बलात्कार और जबरन विवाज़ जैसे गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
सामाजिक सवाल
यह मामला समाज के सामने कई गंभीर सवाल खड़े करता है। एक अनाथ नाबालिग लड़की की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी थी? रिश्तेदारों द्वारा प्रताड़ना और फिर बाहरी लोगों द्वारा इस तरह का शोषण, समाज की संवेदनशीलता पर एक बड़ा सवालिया निशान है। पीड़िता की मुक्ति तो हो गई, लेकिन उसके मानसिक आघात से उबरने में लंबा समय लगेगा। अब न्यायप्रणाली से यह उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी।
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