ठाकुरगंज (किशनगंज): ठाकुरगंज नगर पंचायत के अध्यक्ष सिकंदर पटेल एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। भाजपा के जिला प्रवक्ता कौशल यादव ने एक पत्रकार वार्ता कर अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं और इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने नगर पंचायत में हो रहे कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को लेकर कई सवाल खड़े किए।

भाजपा प्रवक्ता के आरोप
कौशल यादव ने आरोप लगाया कि नगर पंचायत में निर्माण कार्यों के क्रियान्वयन में नियमों की लगातार अनदेखी की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि ठाकुरगंज में दुकानों के निर्माण के लिए पहले शिलान्यास कर दिया गया, जबकि नियमानुसार पहले नगर पंचायत बोर्ड से प्रस्ताव पास किया जाना चाहिए था। यह प्रक्रिया पूरी तरह उल्टी रही, जो दर्शाता है कि नियमों को दरकिनार कर कार्य किया गया।

भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि सैरात नीति (सरकारी भूमि पर दुकान आवंटन और निर्माण से जुड़ी नीति) के नियमों का पूरी तरह उल्लंघन किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offence Unit) को जांच का निर्देश भी दिया गया था, लेकिन अब तक उस जांच की स्थिति स्पष्ट नहीं है, जिससे कई संदेह उत्पन्न होते हैं।
यादव ने यह भी बताया कि दुकानों का निर्माण अब तक अधूरा है, और कार्यपालक पदाधिकारी पर भी नियमों को ताक पर रखकर कार्य कराने का आरोप लगाया। उन्होंने इसे सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग बताया और कहा कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
नगर पंचायत अध्यक्ष का जवाब
इन आरोपों पर नगर पंचायत अध्यक्ष सिकंदर पटेल ने पलटवार करते हुए सभी आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे केवल राजनीतिक लाभ के लिए हैं। उन्होंने कहा, “मैंने चुनाव में जो वादे किए थे, उन पर खरा उतरने की पूरी कोशिश कर रहा हूं। विपक्ष का काम है आरोप लगाना और प्रशासन का काम है जांच करना। जांच से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।”
मामला गरमाता जा रहा
इस मुद्दे पर राजनीति तेज होती दिख रही है। भाजपा प्रवक्ता की ओर से उठाए गए सवालों के बाद नगर पंचायत के कामकाज पर लोगों की निगाहें टिक गई हैं। यदि जांच होती है और आरोप सिद्ध होते हैं तो यह मामला बड़े प्रशासनिक और राजनीतिक प्रभाव डाल सकता है।
वहीं स्थानीय जनता भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दे रही है। कुछ लोग इसे राजनीतिक साजिश बता रहे हैं तो कुछ लोग पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं।
निष्कर्ष
फिलहाल यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करता है और जांच के बाद क्या सच्चाई सामने आती है। लेकिन इतना तो तय है कि ठाकुरगंज नगर पंचायत इन दिनों सवालों के घेरे में है।
अधिक ताजा खबरों के लिए Jeb News पढ़ें |