किशनगंज: जिले में मानसून की पहली ही बारिश ने सड़क निर्माण की गुणवत्ता की पोल खोल दी है। कोचाधामन प्रखंड अंतर्गत सराय पावर सब स्टेशन के पास स्थित एक्सप्रेस-वे का एक हिस्सा बारिश के चलते अचानक धंस गया। इसी दौरान वहां से गुजर रही एक स्कॉर्पियो खाई में जा गिरी।
गनीमत रही कि हादसे में स्कॉर्पियो में सवार सभी यात्री बाल-बाल बच गए और उन्हें सिर्फ मामूली चोटें आई हैं। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच गया और राहत कार्य शुरू कर दिया गया है। जेसीबी की मदद से वाहन को निकालने का काम जारी है।
यह मार्ग सोंथा और रहमतपारा को किशनगंज जिला मुख्यालय से जोड़ने वाला मुख्य संपर्क मार्ग है। सड़क टूटने से दोनों गांवों का जिला से संपर्क पूरी तरह कट गया है, जिससे लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

प्रशासन की अपील और वैकल्पिक मार्ग:
प्रशासन ने प्रभावित लोगों से अपील की है कि वे अस्थायी रूप से NH-327E या अलताकमलपुर मार्ग का उपयोग करें। इसके साथ ही संबंधित विभाग को क्षतिग्रस्त मार्ग की मरम्मत के लिए रिपोर्ट भेज दी गई है।

पुराना दर्द फिर उभरा:
स्थानीय लोग इस हादसे से आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब यह सड़क टूटी हो। 2017 की बाढ़ के बाद से अब तक यह तीसरी बार है जब इस स्थान पर डायवर्सन पड़ा है और सड़क क्षतिग्रस्त हुई है।
डीबी 50 रोड की यह स्थिति वर्षों से बनी हुई है, लेकिन प्रशासन द्वारा स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इससे हर बार बरसात के मौसम में लोगों को आवागमन में कठिनाई होती है।
ग्रामीणों की मांग:
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस सड़क की मरम्मत जल्द से जल्द शुरू की जाए और इस बार स्थायी समाधान निकाला जाए ताकि हर साल बारिश में सड़क टूटने की समस्या से छुटकारा मिल सके।
निष्कर्ष:
यह हादसा न सिर्फ एक निर्माण कार्य की लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि ग्रामीणों की लंबे समय से चली आ रही परेशानी का प्रतीक भी है। जब तक प्रशासन ठोस कदम नहीं उठाता, तब तक हर बारिश इस सड़क को और लोगों को संकट में डालती रहेगी।
अधिक ताजा खबरों के लिए पढ़ें Jeb News.