पूर्णिया (बिहार): बिहार के सीमांचल क्षेत्र के लिए बहुप्रतीक्षित पूर्णिया सिविल एयरपोर्ट से हवाई सेवा जल्द ही शुरू होने वाली है। इसे लेकर राज्य सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। गुरुवार को बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने पूर्णिया पहुंचकर एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों का गहन निरीक्षण किया और अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य 30 अगस्त तक हर हाल में पूरे किए जाएं, जिससे सितंबर माह में हवाई सेवाओं की शुरुआत की जा सके।

हाईलेवल समीक्षा बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में हुई बैठक में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के चेयरमैन विपिन कुमार, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव समीर सिंहा, पूर्णिया के प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार, डीएम अंशुल कुमार, एसपी स्वीटी सहरावत समेत कई विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में पीएम पैकेज बिहार 15 के तहत बन रहे पूर्णिया एयरपोर्ट के विभिन्न निर्माण कार्यों की प्रगति की उच्चस्तरीय समीक्षा की गई। इसमें इंटीरिम टर्मिनल बिल्डिंग, रनवे, एप्रोच पथ, सुरक्षा व्यवस्था, तकनीकी अवस्थापनाएं, सिविल और मिलिट्री उपयोग के समन्वय, और अन्य जरूरी सुविधाओं पर चर्चा हुई।

चूनापुर एयरबेस को नागरिक उड़ानों के लिए खोलने की तैयारी
बैठक के दौरान एयरफोर्स के चूनापुर एयरबेस को आंशिक रूप से नागरिक उड़ानों के लिए खोले जाने की योजना पर भी विचार किया गया। इसके लिए एयरफोर्स और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के बीच समन्वय की प्रक्रिया जारी है। यह कदम हवाई सेवा की शुरुआत के लिए एक बड़ा आधार बन सकता है।

30 सितंबर को होगी अगली रिव्यू मीटिंग
हालांकि एयरपोर्ट के उद्घाटन की तिथि को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। मुख्य सचिव ने कहा कि वे 30 सितंबर को पूर्णिया पुनः आएंगे, और उस समय एयरपोर्ट की तैयारियों की अंतिम समीक्षा के बाद ही उद्घाटन की तिथि घोषित की जाएगी।

निर्माण कार्यों की गति और गुणवत्ता पर विशेष जोर
मुख्य सचिव ने संबंधित इंजीनियरों, संवेदकों और विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्यों में तेजी और गुणवत्ता दोनों सुनिश्चित की जाएं। साथ ही एयरपोर्ट से जुड़ने वाली सभी सड़कों के निर्माण और मरम्मत कार्य को भी 30 अगस्त तक पूर्ण करने के लिए संबंधित कार्यपालक अभियंताओं को निर्देशित किया गया है।
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मिलेगा जबरदस्त लाभ
पूर्णिया एयरपोर्ट से हवाई सेवा बहाल होने के बाद सीमांचल और कोसी क्षेत्र के पूर्णिया, अररिया, कटिहार, किशनगंज, सहरसा, सुपौल और मधेपुरा जैसे जिलों के लोगों को दरभंगा या बागडोगरा हवाई अड्डे पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। साथ ही यह एयरपोर्ट 100 किलोमीटर की त्रिज्या में आने वाले बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड और नेपाल तक के लोगों को लाभ पहुंचाएगा।
निरीक्षण के दौरान प्रस्तुत की गई प्रगति रिपोर्ट
मुख्य सचिव के दौरे से पहले सभी अधिकारियों ने पोर्टा केबिन बिल्डिंग, रनवे निर्माण, और एप्रोच रोड सहित अन्य कार्यों का स्थल पर निरीक्षण किया। इस दौरान डीएम अंशुल कुमार ने मुख्य सचिव को विस्तार से जानकारी दी और बताया कि कार्य निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरे किए जा रहे हैं।
निष्कर्ष
पूर्णिया एयरपोर्ट का संचालन शुरू होना सीमांचल क्षेत्र के लिए विकास की नई उड़ान होगी। अब निगाहें 30 अगस्त की समयसीमा और 30 सितंबर की समीक्षा बैठक पर टिकी हैं। यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो सितंबर 2025 में पूर्णिया से पहली हवाई उड़ान संभव हो सकती है, जिससे पूरे इलाके को देशभर से बेहतर हवाई कनेक्टिविटी मिलेगी।
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