किशनगंज जिले में एक बार फिर निजी नर्सिंग होम की लापरवाही से एक प्रसूता की मौत का मामला सामने आया है। यह घटना शहर के उत्तर पल्ली रोड स्थित रहमानी कॉलोनी के पास खुले मोसिना हेल्थ केयर सेंटर में सोमवार को हुई, जहां सुरजापुर निवासी 22 वर्षीय नूर सबा खातून की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई। नूर सबा के पति तस्वर और परिवार वालों का आरोप है कि समय रहते चिकित्सीय मदद नहीं मिलने के कारण नूर सबा की जान चली गई।

परिजनों का आरोप: अनसुनी की गईं गुहारें
परिजनों ने बताया कि नूर सबा को सोमवार को मोसिना हेल्थ केयर में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर जावेरिया शीरीन द्वारा ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी, लेकिन परिजनों के बार-बार आग्रह के बावजूद डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने कोई ध्यान नहीं दिया। आखिरकार, इलाज के अभाव और लापरवाही के चलते प्रसूता की मौत हो गई।

नवजात सुरक्षित, मां की मौत से गमगीन हुआ माहौल
गौरतलब है कि नूर सबा ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, लेकिन खुद जिंदगी की जंग हार गई। बच्चे की हालत सामान्य बताई जा रही है, लेकिन मां की मौत से पूरे परिवार और इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।

नर्सिंग होम में जमकर हंगामा और तोड़फोड़
मौत की खबर मिलते ही गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने नर्सिंग होम में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की। परिजनों ने कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी नर्सिंग होम की लापरवाही के चलते मरीजों की मौत होती रही है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

पुलिस जांच में जुटी, स्टाफ फरार
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को नियंत्रित किया। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। इस बीच नर्सिंग होम का पूरा स्टाफ मौके से फरार हो गया है।
दलालों पर दबाव बनाने का आरोप
परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ नर्सिंग होम से जुड़े दलाल और प्रभावशाली लोग मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। परिजनों ने जिला प्रशासन से डॉक्टर और नर्सिंग होम प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

प्रशासन से न्याय की मांग
शोकाकुल परिजनों ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि मोसिना हेल्थ केयर पर कार्रवाई की जाए और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सख्त नियम बनाए जाएं।
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